गुरुवार, 24 दिसंबर 2020

पीड़िता के भाई के संगीन आरोप, योगी सरकार ने न हमें नौकरी दी, न आवास, सीएम ने किया था वादा। Hathras Gang Rape Case

“ मुआवजे का जातिवाद ” हाथरस कांड: पीड़िता के भाई के संगीन आरोप, न नौकरी दी, न आवास, सीएम ने किया था खुद वादा। 

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                 चित्र सोशल मीडिया से साभार। 

सीबीआई द्वारा आरोप पत्र दाखिल करने के बाद बिटिया के भाई का कहना है कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हमें संतुष्टि नहीं मिलेगी। उसका यह भी कहना है कि सरकार ने हमें सरकारी नौकरी और शहरी क्षेत्र में एक आवास देने का वादा किया था, लेकिन यह वादा आज तक पूरा नहीं हुआ है 

और तो और हमें प्रदेश सरकार ने पूरी आर्थिक मदद भी नहीं दी है। उसने फिर डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सीबीआई द्वारा उसकी फोरेंसिक साइकोलॉजिकल जांच के बारे में उसका कहना है कि उसे इस बारे में किसी ने कुछ नहीं बताया है। 

अपने गांव में मीडिया कर्मियों से बातचीत में बिटिया के भाई ने कहा कि इस घटना के बाद सरकार ने उनके परिवार को 25 लाख रुपये, शहरी क्षेत्र में एक आवास और एक सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। खुद उसके पिता से सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह वादा किया था, लेकिन अभी तक 25 लाख रुपये की धनराशि भी पूरी नहीं मिली है। 

अनुसूचित जाति उत्पीड़न के तहत मिलने वाली साढ़े आठ लाख रुपये की धनराशि को मिलाकर 25 लाख रुपये की धनराशि उनको मिली है। अभी तक न नौकरी मिली है और न ही आवास। इसके कागजात भी उनकी वकील के पास मौजूद हैं। उसने डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग दोहराई। 

उसका कहना है कि डीएम के खिलाफ हम एसआईटी से भी शिकायत कर चुके हैं, फिर भी डीएम का तबादला नहीं किया जा रहा। उसने यह भी कहा कि सीबीआई ने चार्जशीट ठीक लगाई है, लेकिन हमें पूरा न्याय चाहिए। बहन के अस्थि विसर्जन के बारे में पूछने पर उसने कहा कि अभी हमें यही नहीं मालूम कि वह हमारी बहन की अस्थियां हैं या फिर कुछ और तो हम उनका विसर्जन कैसे कर सकते हैं। 

उसने यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश की पुलिस पहले से ही यहां दूसरे पक्ष से मिली हुई थी। एक सवाल के जवाब में उसने यह भी कहा कि सीबीआई ने उससे फोरेंसिक साइकोलॉजिकल जांच कराने के लिए कोई बात नहीं की है और न ही उससे इसे लेकर कुछ कहा है। 

उसने कहा कि हम पहले से ही यह मांग कर रहे हैं कि हमारा पूरा केस दिल्ली में ट्रांसफर किया जाए। 



बुधवार, 23 दिसंबर 2020

फिल्म हो या टीवी ” रोल के बदले “जिस्म का सौदा” एक्ट्रेस डोनल बिष्ट का खुलासा ,TV Actresses ? Sax Demand

“फिल्म हो या टीवी ”  शोहरत की भूख ने बढ़ाया रोल के बदले जिस्म का सौदा ? एक्ट्रेस डोनल बिष्ट का खुलासा ,' डायरेक्ट ने रोल देने के बदले की थी साथ में सोने की डिमांड ? 

#6AM_NEWS_TIMES Lucknow 23:12 :2020 

अश्लीलता और गंदगी से बढ़ता टीआरपी & शोषण का खेल। घर में घुस के बर्बाद कर रहा है आपके पारिवारिक परवरिश एवं संस्कृति का मेल

 नई दिल्ली। फिल्म इंडस्ट्री या टीवी इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए हर कलाकार का अपना एक अलग संघर्ष है । किसी ने कई बार रिजेक्शन झेला है , तो किसी ने डायरेक्टर के ऐसी शर्ता का सामना किया है जिसे पूरा करना पाना मुमकिन नहीं होता और इस वजह से लोग रोल गंवा बैठते हैं । 

एक डायरेक्ट की ऐसी ही डिमांड का खुलासा टीवी एक्ट्रेस “डोनल_बिष्ट” ने किया है । डोनल बिष्ट ने अपने साथ हुए कास्टिंग काउच के उस भयानक वाकया को शेयर किया है जिसमें डायरेक्टर ने उन्हें रोल देने के लिए साथ में सोने की डिमांड कर दी थी ।


अचानक किया शो से बाहर। 

मुंबई मिरर को दिए इंटरव्यू में डोनल ने अपने स्ट्रग्ल के दिनों के बारे में बात करते हुए बताया कि, ‘एक बार की बात है मुझे किसी शो के लिए सलेक्ट कर लिया गया था। पैसों पर भी बात हो चुकी थी, मुझे डेट्स दे दी गई थीं, लेकिन अचानक ही पता चला कि मुझे उस शो से निकाल दिया गया है कि और किसी और एक्ट्रेस को वो जगह दे दी गई है। उस वक्त मुझे और मेर परिवार को यकीन हो गया कि ये पूरी इंडस्ट्री फेक है, मुंबई के लोग केवल झूठ बोलते हैं’।

डायरेक्टर ने की साथ में सोने की डिमांड। 


डोनल ने बताया कि शो से निकलन के बाद एक्टिंग को लेकर मेरी भूख और बढ़ गई। मैंने कई ऑडिशन दिए लेकिन फिर मेरे साथ एक और बुरा हादसा हुआ जो साउथ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ था। 

साउथ के एक फिल्ममेकर ने मुझे रोल देने के बदले उसके साथ सोनी की डिमांड की। मैंने तुरंत उस शख्स के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की,क्योंकि मैं अपने काम की पूजा करती हूं। मैं जानती थी कि इंडस्ट्री में आने के लिए मुझे लंबा संघर्ष करना पड़ेगा, लेकिन मैं यहां सही रास्ते पर चलकर अपनी जगह बनाना चाहती थी। इस हादसे ने मुझे हिलाकर रख दिया था। मैं उन दिनों बस मुंबई आई ही थी। लेकिन बाद में मुझे पता चला की पूरी इंडस्ट्री खराब नहीं है यहां सिर्फ कुछ लोग हैं जो खराब हैं’। आपको बता दें कि डोनल बिष्ट एक्ट्रेस बनने से पहले जर्नलिस्ट थीं और एक न्यूज चैनल के साथ काम करती थीं। उन्होंने दूरदर्शन के शो 'चित्रहार' को भी एंकर किया था।

मंगलवार, 22 दिसंबर 2020

योगी सरकार ने 28 नई नगर पंचायतों के गठन और 23 नगर निकायों का सीमा विस्तार की दी मंजूरी। UP Yogi Government

 यूपी में 28 नई नगर पंचायतों का गठन, 23 नगर निकायों का सीमा विस्तार, सरकार ने दी प्रस्तावों को मंजूरी। 

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Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 22:12 :2020 




यूपी सरकार ने प्रदेश में 28 नई नगर पंचायतों के गठन का फैसला किया है।
साथ ही गोरखपुर और वाराणसी नगर निगमों समेत कुल 21 अन्य नगर निकायों के सीमा विस्तार के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। जिन अन्य नगर निकायों का सीमा विस्तार किया गया है उनमें 9 नगर पालिका परिषद और 12 नगर पंचायतें शामिल हैं। 

सरकार ने इससे संबंधित प्रस्तावों को सोमवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन मंजूरी दे दी है। सरकार के इस फैसले के बाद अब प्रदेश में नगर निकायों की संख्या 707 से बढ़कर 735 हो गई हैं।

नगर विकास विभाग के प्रस्ताव के मुताबिक 276 राजस्व गांवों को शामिल करते हुए 28 नई नगर पंचायतों का गठन किया गया है। जबकि 77 राजस्व गावों को शामिल करते हुए 12 नगर पंचायतों का सीमा विस्तार किया गया है। इसके साथ ही 102 राजस्व गांवों को शामिल करते हुए नौ नगर पालिका परिषदों की सीमा बढ़ाई गई है। 

इसी प्रकार नगर निगम गोरखपुर में एक और नगर निगम वाराणसी में नौ राजस्व गांवों को शामिल करते हुए सीमा विस्तार किया गया है। इस प्रकार प्रदेश में अब नगर निगमों की संख्या 17, नगर पालिका परिषद की संख्या 200 और नगर पंचायतों की संख्या 518 हो जाएंगी।

नई नगर पंचायतों के गठन और पुराने के विस्तार के बाद प्रदेश के शहरी क्षेत्र की जनसंख्या में 905700 और 57474 हेक्टेयर क्षेत्रफल की वृद्धि हुई है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर 31.16 प्रतिशत शहरी क्षेत्र है। 

आंकड़े़ के मुताबिक प्रदेश में मात्र 22 फीसदी ही शहरी क्षेत्र है। इस हिसाब से यूपी काफी पीछे है। इसे ध्यान में रखकर ही प्रदेश सरकार प्रदेश में शहरीकरण का आंकड़ा बढ़ाने पर ध्यान दे रही है।

बता दें कि प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों ही 20 हजार की आबादी वाले कस्बों में रहने वाले लोगों को भी शहरी सुविधाएं देने के लिए नगर पंचायतों के गठन का फैसला किया था। इसी कड़ी में नगर विकास विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया था। जिसे कैबिनेट से मंजूरी दिलाई गई है।


👉 इन 28 नई नगर पंचायतों का हुआ गठन। 

- रामसनेही घाट (बाराबंकी), खिरौनी-सचित्तागंज व कुमारगंज (अयोध्या), कंचौसी (कानपुर देहात), असोथर (फतेहपुर), ढकवा (प्रतापगढ़), चरवा (कौशांबी), रामगंज (प्रतापगढ़), महमूदपुरमाफी (मुरादाबाद), सूजाबाद (वाराणसी), सैदनगली (अमरोहा), जवां सिंकन्दरपुर, गभाना, टप्पल व बरौली (अलीगढ़), मऊ (चित्रकूट), राजेसुल्तानपुर व जहांगीरगंज (अंबेडकर नगर), कैसरगंज(बहराइच), रटौल (बागपत), रतसड़कला (बलिया), कप्तानगंज, मुंडेरवा व नगर बाजार व गणेशपुर (बस्ती), कलान (शाहजहांपुर), अचलगंज (उन्नाव), चौक (महराजगंज)

👉 इन निकायों के सीमा का हुआ विस्तार। 

नगर निगम:

👉 वाराणसी: वाराणसी नगर निगम की सीमा में 9 राजस्व ग्रामों को शामिल करते हुए सीमा का विस्तार किया गया है।

👉 गोरखपुर:- गोरखपुर नगर निगम में एक राजस्व ग्राम को शामिल किया गया है।

👉 नगर पालिका परिषद- नवाबगंज (बाराबंकी) बहराइच, चित्रकूट, कन्नौज, भदोही, जायस (अमेठी), पुखरायां (कानपुर देहात), गौरा बरहज (देवरिया), मारहरा (एटा)।

👉 नगर पंचायते- हरगांव (सीतापुर), परशदेपुर (रायबरेली), औरास (उन्नाव), गोलाबाजार (गोरखपुर), बबेरू, नरैनी व तिंदवारी (बांदा), कुलपहाड़ (महोबा), ओबरा व चोपन (सोनभद्र), हरैया (बस्ती), रामपुरा (जालौन)



शर्मनाक यूपी: गायों के लिए फंड नहीं दे रही योगी सरकार, Gau माता UP Yogi government

 यूपी: पिछले कई महीने से योगी सरकार, ने गौशाला परियोजना की फंडिंग बंद कर दी गई है। सरपंच बोले- 25 तक नहीं मिला पैसा तो खोल देंगे 15 हजार गायें। 

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बुंदेलखंड में बांदा जिले के एक दर्जन से अधिक पंचायत प्रमुखों ने आदित्यनाथ को एक संयुक्त पत्र लिखकरकरीब 15 हज़ार गायों को छोड़ने की धमकी दी है। पंचायत प्रमुखों का कहना है कि अगर 25 दिसंबर तक उन्हें घन और उनकी बकाया राशि नहीं दी गई तो वे गौशालाओं से जानवरों को छोड़ना शुरू कर देंगे।

पिछले कई महीने से गौशाला परियोजना की फंडिंग बंद कर दी गई है। 

उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने पशुपालन के लिए शेड बनाने को लेकर ‘गौशाला परियोजना’ शुरू की थी। लेकिन अब सरकार गायों के लिए फंड नहीं दे रही है। ‘द टेलीग्राफ’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कई महीने से गौशाला परियोजना की फंडिंग बंद कर दी गई है। जिसके चलते जानवरों की मौत हो रही है।

बुंदेलखंड में बांदा जिले के एक दर्जन से अधिक पंचायत प्रमुखों ने आदित्यनाथ को एक संयुक्त पत्र लिखकरकरीब 15 हज़ार गायों को छोड़ने की धमकी दी है। पंचायत प्रमुखों का कहना है कि अगर 25 दिसंबर तक उन्हें घन और उनकी बकाया राशि नहीं दी गई तो वे गौशालाओं से जानवरों को छोड़ना शुरू कर देंगे। पत्र में कहा गया है, ‘हम 2018 से 43 गौशालाएं चला रहे हैं, जब राज्य सरकार ने लावारिस पशुओं के लिए गौशाला बनाए थे।’

पत्र में पंचायत प्रमुखों ने कहा कि अप्रैल 2020 के बाद हमें कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। हम अपने आप ही गौशाला चला रहे हैं। प्रमुखों ने कहा कि आशा है कि धनराशि जल्द ही जारी की जाएगी। जिले के ग्राम प्रधान संघ का एक नेता ज्ञान सिंह ने संवाददाताओं से कहा, “ग्राम पंचायत प्रमुख के रूप में हमारे कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो जाएंगे। हम तब मवेशियों को छोड़ देंगे, ताकि वे गौशाला में भूख से न मर जाएं।”

ज्ञान सिंह ने बताया कि 43 शेडों में 15,000 आवारा गायों को रखा गया है। 25 दिसंबर के बाद, पंचायत प्रमुख आगामी ग्रामीण चुनावों तक कार्यवाहक के रूप में अपने पद संभालेंगे। चुनाव प्रक्रिया अगले सप्ताह शुरू होनी है। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक राज्य सरकार को ग्राम पंचायतों को प्रति गाय 30 रुपये प्रति दिन का भुगतान करना है। हालांकि, अस्पष्ट कारणों से, इस साल फरवरी से अधिकांश जिलों में धनराशि प्राप्त नहीं हुई है।

यूपी कि योगी सरकार ने पिछले साल फरवरी में वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए गाय कल्याण के लिए 613 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ऐसा कोई धनराशि आवंटित नहीं की गई है।

यूपी में चार चरणों में होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, हर वोटर को 4 मतपत्र। UP Panchayat election 2021

 यूपी में चार चरणों में एक साथ होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, हर वोटर को मिलेंगे 4 मतपत्र। 

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प्रदेश में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य. क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव इस बार एक साथ होंगे। अभी तक की तैयारियां मार्च 2021 में चुनाव कराने की हैं। आरक्षण का फार्मूला जल्द तय हो जाएगा। वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूर्ण कर ली जाएगी।

प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायतों, ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत का कार्यकाल क्रमश: 25 दिसंबर, 14 जनवरी और 18 मार्च को समाप्त हो रहा है। 25 दिसंबर को आधी रात से ग्राम पंचायतें भंग हो जाएंगी। कोविड-19 के चलते प्रदेश में पंचायत चुनाव समय से नहीं हो पाए हैं। 

ग्राम पंचायतों में 26 दिसंबर से विकास खंडों के सहायक विकास अधिकारियों (एडीओ पंचायत) को प्रशासक नियुक्त कर दिया जाएगा। जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा होने पर जिलाधिकारी और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष (ब्लाक प्रमुख) का कार्यकाल पूरा होने पर उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को प्रशासक तैनात किया जाएगा।

शासन ने पंचायत चुनावों कराने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी प्रारंभ कर रखी है। सरकार की मंशा मार्च में पंचायत चुनाव कराने की है। पिछली बार ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य के चुनाव एक साथ हुए थे। क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य के चुनाव अलग से हुए थे। इस बार समय बचाने के लिए चारों पदों के चुनाव एक साथ कराने की तैयारी है। 

यानी, एक मतदाता को इस बार चार बैलेट पेपर पर मुहप लगानी होगी। मतदाताओं की सुविधा के लिए प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर ग्राम प्रधान-ग्राम पंचायत सदस्य और बीडीसी-जिला पंचायत सदस्य के लिए अलग-अलग बूथ बनाए जाएंगे। यानी, प्रत्येक बूथ में वोटर को दो बैलेट पेपर देकर भेजा जाएगा।

त्रिस्तरीय पंचायतों के वार्डों का आरक्षण फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। पिछली बार क्षेत्र पंचायतों व जिला पंचायतों का आरक्षण चक्रानुक्रम में किया गया था जबकि ग्राम पंचायतों के आरक्षण की शून्य से शुरुआत हुई थी। इस बार आरक्षण का क्या फार्मूला होगा, यह जल्द ही तय हो जाएगा। 

वार्डों का आरक्षण पूरा होने पर शासन इसकी जानकारी निर्वाचन आयोग को देगा। इसके बाद आयोग कभी भी चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकता है। राज्य सरकार चार चरणों में चुनाव कराना चाहती है। 

चारों चरण का मतदान मार्च में होगा। कोशिश है कि 31 मार्च तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। पंचायतराज विभाग की अभी तक की तैयारियों के मुताबिक फरवरी के अंतिम सप्ताह में चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है।

वार्डों का आरक्षण फरवरी के तीसरे सप्ताह तक। 

शासन ने पंचायत चुनाव मार्च में कराने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी प्रारंभ कर रखी है। आरक्षण का फॉर्मूला जल्द तय हो जाएगा। त्रिस्तरीय पंचायतों के वार्डों का आरक्षण फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। पिछली बार क्षेत्र पंचायतों व जिला पंचायतों का आरक्षण चक्रानुक्रम में किया गया था। वहीं, ग्राम पंचायतों के आरक्षण की शून्य से शुरुआत हुई थी। इस बार आरक्षण का क्या फॉर्मूला होगा, यह जल्द ही तय हो जाएगा।

वार्डों का आरक्षण पूरा होने के बाद निर्वाचन आयोग कभी भी चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकता है। राज्य सरकार की कोशिश है कि 31 मार्च तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। पंचायतराज विभाग की अभी तक की तैयारियों के मुताबिक फरवरी के अंतिम सप्ताह में चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है।


नई नगर पंचायतों के गठन व निकायों के सीमा विस्तार से बढ़ी शहरी क्षेत्र की जनसंख्या। 

28 नई नगर पंचायतों के गठन और पुराने के विस्तार के बाद प्रदेश के शहरी क्षेत्र की जनसंख्या में 9,05,700 और क्षेत्रफल में 57,474 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर 31.16 प्रतिशत शहरी क्षेत्र है। वहीं प्रदेश में मात्र 22 फीसदी ही शहरी क्षेत्र हैं। इसे राष्ट्रीय स्तर तक लाने के लिए ही सरकार शहरीकरण का आंकड़ा बढ़ाने पर ध्यान दे रही है।



सोमवार, 21 दिसंबर 2020

लखनऊ विवेक पाण्डेय लडकियों को बंधक बना चल रहा था सेक्स रैकेट। Lucknow_Vivek_Pandey_Sex_Racket

 लखनऊ विभूतिखंड के होटल रुद्रा इंन में मैनेजर विवेक पाण्डेय चल रहा था सेक्स रैकेट,

 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 21:12 :2020 ; 

                

  प्रतीकात्मक तस्वीर फोटो : सोशल मीडिया


विभूतिखंड पुलिस ने रविवार देर रात एक सेक्स रैकेट का खुलासा किया। पुराने थाने के पीछे संचालित होटल रूद्रा इन में छापा मारकर पुलिस ने मैनेजर विवेक पाण्डेय को गिरफ्तार किया है। इस रैकेट में गैरप्रांत की युवतियां शामिल हैं। पुलिस आयुक्त ने इस मामले की जांच एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र कुमार सिंह को सौंपी है।




एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र सिंह के मुताबिक, होटल रूद्रा इंन में रविवार रात पुलिस टीम ने छापा मारा। अलग-अलग कमरों में चार युवतियां मिलीं। सभी युवतियां गैर प्रांत से बुलाई गई थीं। युवतियों ने आरोप लगाया कि होटल के प्रबंधक व अन्य जिम्मेदारों ने उनसे गलत काम करने को मजबूर किया है। पुलिस ने युवतियों को वहां से मुक्त कराया। वहीं, होटल मैनेजर विवेक पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, इस रैकेट में कई लोग हैं जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।


एसीपी के मुताबिक, पूछताछ में सामने आया कि पूनम नाम की महिला अपने साथियों संग युवतियों से जबरन गलत काम करवा रही थी। इस गिरोह में दीपक नाम का युवक भी शामिल हैं। पुलिस ने पूनम व दीपक सहित अन्य बिचौलियों की तलाश में दबिश देनी शुरू कर दी है। वहीं मुक्त कराई गई युवतियों की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। 

राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड स्थित एक होटल में सेक्स रैकेट चलाने वाले मैनेजर विवेक पाण्डेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही वहां मौजूद चार लड़कियों को भी हिरासत में ले लिया गया। मुख्य संचालिका मौके से भाग निकली जिसकी तलाश की जा रही है।


एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि इस होटल में लम्बे समय से यह सब हो रहा था। मुखबिर की सूचना पर रविवार रात को छापा मारा गया तो चार लड़कियां ग्राहकों के इंतजार में मिली। इन लड़कियों ने ही बताया कि होटल मैनेजर विवेक पाण्डेय के बुलाने पर वह लोग आयी थी। लड़कियों का सोमवार को कोर्ट में बयान कराया जायेगा। वहीं विवेक से पुलिस को कई जानकारियां मिली है। इस आधार पर एक महिला समेत तीन लोगों की तलाश की जा रही है।

पुलिस कमिश्नर को दी गई थी सूचना। 

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को सेक्स रैकेट के बारे में कुछ दिन पहले किसी ने कॉल कर बताया था। कॉल करने वाले ने गैरप्रांत की चार युवतियों को बंधक बनाकर गलत काम कराने की सूचना दी थी। इसके बाद कमिश्नर ने डीसीपी पूर्वी को निर्देश दिया कि इसकी जांच एसीपी विभूतिखंड को सौंपें। एसीपी ने इस बारे में और जानकारी हासिल की। इसके बाद रविवार देर रात को चारों युवतियों को मुक्त कराया

रविवार, 20 दिसंबर 2020

“ हर घर दर्द ही दर्द ” “ किसान आंदोलन ” जो लौट ना सके घर नहीं : 😥 Farmer_Protest

 

“ हर घर दर्द ही दर्द ” “ किसान आंदोलन ” जो लौट ना सके घर नहीं : 60 हजार के कर्ज से बलबीर की अंत्येष्टि 😥 ; 40 दिन पहले दूल्हा बने जतिंदर के घर में मौत की खामोशी 😥 ; 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 20:12 :2020 



अमृतसर। परिवार चिंता में है कि घर के मुखिया के जाने के बाद कर्ज कैसे चुकेगा ? दिल्ली आंदोलन से लौटते समय 12 दिसंबर को अजनाला ( अमृतसर ) के बग्गा गांव के बलबीर सिंह की मौत हो गई थी । घर के मुखिया वहीं थे । किसान अनाज उपजाकर दूसरे लोगों का पेट भरता है , लेकिन बलबीर की अंतिम क्रिया तब हो पाया , जब परिवार ने आढ़तिए 60 हजार रुपए कर्ज लिया । बलबीर की अंतिम क्रिया शनिवार को उनके घर पर रखी गई थी । बलबीर के परिवार पर पहले से 5 लाख रुपए का कर्ज है । यह कर्ज बेटी की शादी के लिए लिया था । अब बलबीर की पत्नी और दोनों बेटों के सामने सबसे बड़ा प्रश्न यही है कि घर का खर्च चलाना पहले से ही मुश्किल हो रहा था । 

         बलबीर सिंह की फोटो के साथ पत्नी और बेटा।  

बलबीर के जाने के बाद अब वह इस कर्ज को कैसे भरेंगे ? केस पहले से ही परिवार पर है 5 लाख कर्ज बलबीर की पत्नी सर्बजीत कौर कहती हैं ,  2 बेटे हैं । बड़ा बेटा शमशेर बढ़ई है , छोटा बेटा लवप्रीत मेडिकल स्टोर पर काम करता है । 5 साल पहले घर की छत गिर गई थी । उसी समय बेटी मनप्रीत की शादी भी तय हो गई । मजबूरी में बैंक से 5 लाख कर्ज लेना पड़ा । 

खेती में कमाई न होने की वजह से इस लोन की एक भी किस्त नहीं भर पाए । महज दो एकड़ जमीन है । परिवार का खर्च इसी जमीन से चलता है । दूध के लिए बलबीर के परिवार ने दो पशु रखे हैं । तकरीबन 15 हजार रुपए का बिजली बिल बकाया है , कमाई नहीं हो पाने की वजह से परिवार बिल नहीं चुका पा रहा । बिजली कर्मचारी अक्सर कनेक्शन काटने आ जाते हैं । सर्बजीत बताती हैं कि पति को डर था कि नए खेती कानून लागू हो गए तो उनकी जमीन भी चली जाएगी । इसी वजह से धरने में दिल्ली गए थे ।

15 जनवरी को बेटे की शादी है , इसलिए लौट रहे थे बलबीर के छोटे बेटे लवप्रीत की शादी 15 जनवरी को होनी है । इसकी तैयारियों के लिए ही 12 दिसंबर को बलबीर धरने से वापस आ रहे थे कि रास्ते में टांगरा के पास तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी , जिसमें उनकी मौत हो गई । बलबीर सिंह की पत्नी कहती हैं कि हमारा तो पूरा संसार ही उजड़ गया । अब कर्ज कैसे चुकाएंगे और घर कैसे चलाएंगे ? घर का खर्च उन्हीं के ऊपर था । उनके रहते जैसे तैसे चलता था , अब क्या होगा , समझ नहीं आ रहा । बेटी की शादी के लिए लिया कर्ज अभी तक चुका नहीं पाए । 

अंतिम क्रिया के लिए 60 हजार कब दे पाएंगे । 


केस 2 जतिंदर सिंह ( 26 ) आज गांव वालों के बीच नहीं है ।  बहू बार - बार दरवाजे को देखती है ' साड्डी खेती लई बणे आह कानून रद्द ना कित्ते गए ता जट्टां दे पल्ले कुझ नहीं रहणा , सारे देश का ढिड्ड भरण वाला किसान प्राइवेट कंपनियां दा गुलाम होके रहजु ? ' अपने दोस्तों के साथ अकसर ऐसी बातें करने वाला मानसा के गांव फत्ता मालोका का जतिंदर सिंह ( 26 ) आज गांव वालों के बीच नहीं है । आंदोलनकारियों के लिए राशन ले जाते समय हिसार में जतिंदर की ट्रॉली को किसी गाड़ी ने टक्कर मार दी , जिसमें उसकी मौत हो गई । 40 दिन पहले उसकी शादी हुई थी , आज घर में मातम है । शनिवार को जतिंदर का अंतिम संस्कार किया गया । जतिंदर की मां का रो - रोकर बुरा हाल है । पत्नी गुरविंदर कौर पति की मौत के बाद से बेसुध है


' मेरे जिगर के टुकड़े को छीन लिया ' जतिंदर की मौत के बाद परिवार का बुरा हाल है । बड़े भाई कनाडा में रहते हैं । लोगों ने बताया कि जतिंदर की शादी धूमधाम से हुई थी । खुशहाली के कुछ कार्यक्रम बीच - बीच में जारी थे । इसी बीच दिल्ली कूच का आंदोलन शुरू हो गया । जतिंदर भी दिल्ली पहुंचा । 12 दिन पहले ही अपने साथियों के साथ अपने हिस्से की सेवा कर लौटा था । बुधवार को दोबारा दो ट्रॉलियों में किसानों के लिए राशन लेकर साथियों के साथ रवाना हुआ था । मालोका के सरपंच एडवोकेट गुरसेवक सिंह कहते है कि दिल से समाजसेवा करने वाले जतिंदर का ऐसे चले जाने का पूरे गांव को बेहद मलाल है । जतिंदर की मां कुछ ज्यादा नहीं बोल पा रहीं , लेकिन बेटे को याद कर बरबस ही रो पड़ती हैं । वे एक ही बात कहती हैं कि सेवाभाव रखने वाले हमारे परिवार से परमात्मा ने ये कैसा बदला लिया । अकेले चले गए ' ' मुझे साथ क्यों नहीं ले गए , करीब 40 दिन पहले जतिंदर की पत्नी के रूप में ब्याह कर नई जिंदगी शुरू करने वाली गुरविंदर कौर को अब भी यकीन नहीं है कि उसका पति इस दुनिया में नहीं है । गुरविंदर समझ ही नहीं पा रहीं कि जिंदगी ने इतना क्रूर मजाक क्यों किया । गुमसुम सी , घर के दरवाजे को निहारती गुरविंदर किसी से ज्यादा बोलतीं , बस पति की बाट जोह रही हैं । आंखों में आंसू टूटे हुए अरमानों को बयां करने के लिए काफी हैं । गुरविंदर रोते हुए एक ही शब्द बोलती है- मुझे भी साथ ले जाते ।

भाजपा सरकार आतंक के सहारे कर रही है अन्नदाताओं का अपमान,। Arun_Yadav_Congress_Madhya_Pradesh

भाजपा सरकार आतंक के सहारे कर रही है अन्नदाताओं का अपमान,। कांग्रेस ने किया किसान आंदोलन का समर्थन, Arun Yadav Congress Madhya Pradesh 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 20 :12 :2020 

किसान नहीं, भाजपा सरकार आतंक के सहारे कर रही है अन्नदाताओं का अपमान, अरुण यादव का एलान कांग्रेस ,किसानों के आंदोलन का करेगी समर्थन, आख़िरकार क्या कारण है मुख्यमंत्री 11 लाख रु.एकड़ कमा रहे है और किसान आत्महत्या को मजबूर हैं...?

भोपाल। आज सुबह ही दिल्ली से लौटे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रदेश में जारी किसानों के अहिंसक आंदोलन पर राज्य सरकार के निर्देश पर फैलाये जा रहे पुलिस के आतंक की कड़े शब्दों में निंदा कर इसे अन्नदाताओं का घोर अपनान बताये हुए पूरे प्रदेश में किसानों के इस वाजिब आंदोलन को पार्टी का पूरा समर्थन दिए जाने की घोषणा कर डाली है। यादव ने कांग्रेसजनों से यहाँ तक कहा है कि वे इस आंदोलन में प्रदेश के किसानों के सहभागी भी बन उनके साथ मैदान भी पकड़ें।


यादव ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आखिरकार क्या कारण है कि उनके कई झूठे प्रचारित कथनों के बाद भी खेती प्रदेश में लाभ का धंधा नहीं बन सकी ?


भाजपा के घोषणा पत्र में उल्लेखित लागत से 50 फ़ीसदी लाभ देने का वायदा 13 सालों बाद भी पूरा क्यों न हो सका और मुख्यमंत्री जी जैसा वे खुद कई मर्तबा कह चुके हैं कि वे अपनी फसल से 11 लाख रु.प्रति एकड़ लाभ कमा रहे हैं?


उन्होंने कहा कि यदि यह सच है तो प्रदेश में किसान क्यों फाँसी लगा कर आत्महत्या कर रहा है? कहीं मुख्यमंत्री जी का यह झूठ भ्रष्टाचार से कमाई जा रही अरबों की दौलत को काली से सफ़ेद करने का मन्त्र तो नहीं है ?

यादव ने शांतिपूर्ण अपने हकों की मांग कर रहे किसानों के आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए पार्टीजनों को निर्देशित किया है कि वे हमारे अन्नदाताओं के समर्थन में मैदान पकड़ें और अपनी समुचित ताकत उनके पक्ष में लगाएं।


सीबीआई छापे की भर्त्सना ...

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने राष्ट्रीय श्रव्य मीडिया से सम्बद्ध एनडीटीवी के फाउंडर प्रणव राय के आवास पर सीबीआई छापे की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है। 

उन्होंने कहा कि केंद्र के इशारों पर देश में सच्चाई का साथ देने, वास्तविकता से रूबरू कराने वाले मीडिया घरानों पर जानबूझकर राजनैतिक हमले किये जा रहे हैं, ताकि लोकतंत्र का चौथा महत्वपूर्ण स्तंभ लड़खड़ा जाये और सिर्फ और सिर्फ एक ही जहरीली व् भ्रष्ट विचारधारा की चापलूसी करता रहे,जो असंभव है।


यादव ने जहा कि देश की जागरूक मीडिया ने हमेशा लोकतंत्र को मजबूती देते हुए अपनी विश्वशनीयता को स्थापित किया है,जो निरंतर बनी रहेगी।

शनिवार, 19 दिसंबर 2020

मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर व अन्य पर CBI ने गैंगरेप और हत्या का आरोप ; #UP Hathras Case

 CBI हाथरस केस के मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर व अन्य आरोपियों पर सीबीआई ने गैंगरेप और हत्या का आरोप लगाया। 

6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 19:12 :2020 



यूपी हाथरस । दलित लड़की से कथित गैंगरेप और यातना के मामले में चारों आरोपियों पर सीबीआई ने गैंगरेप और हत्या का आरोप लगाया. मामले में जांच कर रही सीबीआई (CBI) ने शुक्रवार को हाथरस में एक अदालत के सामने चार्जशीट दाखिल की. आरोपियों के वकील मुन्ना सिंह पुंढीर ने कहा कि CBI ने चारों आरोपियों संदीप, लवकुश, रवि और रामू पर रेप और हत्या का आरोप लगाया गया है. वकील ने कहा कि सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत भी आरोप लगाए हैं, 

https://youtu.be/llfsAaYgL6g  ) 

14 सितंबर को हाथरस के एक गांव में कथित रूप से गैंगरेप और प्रताड़ना की शिकार हुई 20 साल की पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी. 30 सितंबर को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में देर रात उसका अंतिम संस्कार हाथरस में कर दिया गया. 


कहा जा रहा था कि पुलिस ने बिना परिवार की इजाजत लिए मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया था. इसे लेकर पुलिस को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि "परिवार की इच्छा के अनुसार" अंतिम संस्कार किया गया था. 


अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई द्वारा की जा रही जांच की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट करेगा. 


हाथरस केस के मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर ने उत्तर प्रदेश पुलिस को एक चिट्ठी लिखकर दावा किया था कि उसे और बाकी तीन आरोपियों को इस केस में फंसाया जा रहा है. उसने उल्टा पीड़िता की मां और भाई पर ही उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. उसने चिट्ठी में सभी 'आरोपियों के लिए न्याय' की मांग की थी.


चार्जशीट में इन धाराओं का जिक्र 


धारा 302 (हत्या), एससी-एसटी एक्ट, धारा 376 (रेप), धारा 376 डी (गैंगरेप) और धारा 376 ए (रेप के कारण मौत या स्थिति विकृतशील होना)

शुक्रवार, 18 दिसंबर 2020

मासूम बच्चा कुत्ते के साथ सड़क पर, पिता जेल में, मां ने छोड़ा साथ। homeless-boy-living-with-dog

 पिता जेल में, मां ने छोड़ा, कुत्ते के साथ सड़क पर जिंदगी बिता रहा मासूम, दिल को छू लेगा मामला। 

6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ ; 9415461079 

कुत्ते के साथ सड़क पर जिंदगी बिता रहा ये मासूम। 

सोशल मीडिया पर आए दिन कई ऐसी तस्वीरें सामने आती रहती हैं, जिसे देखने के बाद या तो लोग हैरान हो जाते हैं या फिर उसकी जमकर तारीफ करते हैं। हालांकि, कुछ तस्वीरें ऐसी भी सामने आती हैं, जो लोगों को अंदर से पूरी तरह झकझोर देती है।

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई है, जिसने लोगों का दिल जीत लिया है और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। आपको जानकर हैरानी होगी यह तस्वीर ना तो किसी हस्ती की है और ना ही सेलिब्रिटी की, बल्कि वायरल तस्वीर एक मासूम बच्चे की है, जो सड़क पर कुत्ते के साथ सो रहा है। 

रिपोर्ट के अनुसार इस मासूम बच्चे की कहानी काफी दर्दभरी है। बच्चे का पिता जेल में है और मां ने उसे अपने से अलग कर दिया है। आलम ये है कि इस दुनिया में उस बच्चे का एक ही सहारा है यह कुत्ता, जिसके साथ वह सड़कों पर अपनी जिंदगी बिताने के लिए मजबूर है।

तस्वीर वायरल होने के बाद प्रशासन एक्टिव हो गया और अंकित की मदद के लिए उस तक पहुंचा। मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव ने कहा कि हमलोगों ने उस मासूम बच्चे को ढूंढ लिया है. उन्होंने कहा कि सोमवार को अंकित 10 साल का हो गया। 

कुत्ते के साथ है याराना। 

मासूम बच्चे का नाम है अंकित और जिस कुत्ते के साथ उसका याराना है उसका नाम है डेनी। रिपोर्ट के अनुसार, अंकित दिन में बैलून बेचता है और एक चाय की दुकान पर भी काम करता है. वहीं, अंकित फुटपाथ पर डेनी के साथ एक कंबल ओढ़कर रात गुजराता है। दोनों की यह तस्वीर इस महीने की शुरुआत में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इस तस्वीर ने लोगों को काफी भावुक कर दिया। 

अंकित तक पहुंचा प्रशासन। 

फिलहाल, अंकित को जिला पुलिस की देखरख में रखा गया है। वहीं, उसके परिजन को भी पुलिस लगातार ढूंढ रही है। . एसएसपी ने बताया कि कई थानों में अंकित की तस्वीर भेज दी गई है, जिससे उसके परिजन को ढूंढा जा सके। इधर, जिस चाय की दुकान पर अंकित काम करता है, उसके मालिक का कहना है कि अंकित बेहद ही खुद्दार बच्चा है। उन्होंने बताया कि डेनी कभी भी अंकित का साथ नहीं छोड़ता। इतना ही नहीं अंकित भी कभी फ्री में डेनी के लिए कोई सामान नहीं लेता। यहां तक कि दूध के लिए भी पैसा देता है। अंकित और डेनी की दोस्ती की चर्चा इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर हो रही है और लोग दोनों की खूब तारीफें कर रहे हैं। 

हिंदू युवा वाहिनी के अनूप वार्ष्णेय की फैक्ट्री में तैयार जहरीला सब्जी मसाला,। spices seized in Hathras

 यूपी हाथरस हिंदू युवा वाहिनी के अनूप वार्ष्णेय की फैक्ट्री में बन रहा है तेजाब से तैयार जहरीला सब्जी मसाला, 

6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ ; 18: 12 : 2020 



लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, धनिया पाउडर, हल्दी समेत कई ऐसे अन्य मसाले मिले

हाथरस। अधिक धन कमाने के लालच में मिलावटखोर स्वास्थ्य ही धन है का असली मूल मंत्र भूल जाते हैं। यह मिलावट लोगों में धीरे-धीरे गंभीर बीमारियों का कारण बनती है। ऐसी ही सेहत से खिलवाड़ कर नकली मसाला बनाने की फैक्ट्री का राजफाश उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुआ है। चौंकाने वाली बात यह है कि नकली मसाले में गधे का गोबर, एसिड, भूसा और अखाद्य रंगों का उपयोग किया जा रहा था। इन मसालों को बनाकर विभिन्न कंपनियों के रैपर में पैक कर बाजार में सप्लाई किया जा रहा था।

हाथरस पुलिस ने गधे के गोबर और एसिड का उपयोग कर स्थानीय ब्रांडों के नकली मसाले बनाने वाली एक फैक्ट्री का खुलासा किया है। हाथरस कोतवाली सदर इलाके के नवीपुर में चल रही मिलावटी मसाला बनाने की फैक्टरी पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने एफडीए की टीम के साथ छापा मारा। यहां से भारी मात्रा में नकली मसाला बनाने का सामान भी बरामद किया गया। 

यह फैक्टरी हिंदू युवा वाहिनी के सह मंडल प्रभारी अनूप वार्ष्णेय की है। वह भी मौके पर ही टीम को मिला। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में फैक्टरी को सील किया गया। इधर, फैक्टरी संचालक को फिलहाल शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 27 से अधिक नमूनों को परीक्षणों के लिए भेजा गया है और लैब से रिपोर्ट आने के बाद खाद्य सुरक्षा के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

जॉइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि स्थानीय ब्रांडों के नाम पर 300 किलोग्राम से अधिक नकली मसाले जब्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि छापे के दौरान नकली मसालों को तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई सामग्री बरामद की गई है, जिनमें गधे का गोबर, भूसा, अखाद्य रंग और एसिड से भरे ड्रम शामिल हैं। दबिश के दौरान भारी मात्रा में नकली मसाले जैसे कि धनिया, हल्दी, लाल मिर्च, गरम मसाला इत्यादि भंडारित किए हुए पाए गए। खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मिलावट स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो सकती है, खासकर अगर लंबे समय तक इसका सेवन किया जाए। 

अधिकारियों के अनुसार, छापे के दौरान मौके पर विभिन्न ब्रांड के करीब 1000 खाली पैकेट और करीब 100 पैकेट भरे हुए मसालों के पाए गए। जब फैक्टरी मालिक अनूप वार्ष्णेय से इन ब्रांडों के लाइसेंस संबंधी कागजात मांगे गए तो मौके पर वह कोई भी लाइसेंस संबंधी कागज प्रस्तुत नहीं कर पाए। इस पर एसडीएम ने फैक्टरी को सील कर दिया गया। अनूप वार्ष्णेय निवासी चौबे वाली गली की नवीपुर में अवैध रूप से मसाला फैक्टरी चल रही थी। जहां पर नकली मसाले बनाकर उन्हें पैक करके बाजार में सप्लाई किया जाता था। मौके से भारी मात्रा में नकली मसाले बनाने का सामान बरामद किया गया है।


गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

उत्तर प्रदेश परिवहन लिखी तीन लग्जरी बसें लखनऊ में आग के हवाले luxury-buses-fire-in-Lucknow

 उत्तर प्रदेश परिवहन लिखी तीन लग्जरी बसें लखनऊ में जल कर राख, एक - एक बस की कीमत एक करोड़ रुपये थी। 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 17: 12 : 2020 

   

उत्तर प्रदेश परिवहन में अनुबंधित बसों के रूप में चलने के लिए लाई गईँ तीन लग्जरी बसें में गुरुवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई, जलकर बसें ढांचे में बदल गईं। ये बसें बंथरा स्थित स्कैनिया के वर्कशॉप के बाहर पार्क की गईं थीं।



निगम प्रबंधन ने मुंबई के एक ऑपरेटर को 32 लग्जरी बसों का संचालन करने का आदेश दिया था, लेकिन बाद में प्रॉफिट को लेकर दोनों में विवाद हो गया तो यह मामला न्यायालय तक पहुंच गया है।


ऑपरेटर द्वारा इन बसों को संचालित करने के लिए मुंबई से सितंबर में ही लखनऊ आया था तब से यह बसें कानपुर रोड पर खड़ी थी। एक बस की कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक है।



लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके बोस ने बताया घटना की सूचना मिलने पर यातायात अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम को मौके पर जांच करने के लिए भेजा गया है। इन तीनों बसों में उत्तर प्रदेश परिवहन लिखा हुआ है



बुधवार, 16 दिसंबर 2020

जनशिकायत का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें । Dr Mahendra Singh Minister Jal-Shakti-UP

 मुरादाबाद सम्पूर्ण समाधान दिवस संपन्न

अधिकारी सम्पूर्ण समाधान दिवस पर हर जनशिकायत का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें-जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह। 

Ravindra Yadav : 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 16:12 : 2020 


आनलाईन सर्विसेज पेन्डेन्सी न रहें एवं लाभार्थीपरक योजना में समय से जांच कर कार्य पूर्ण किया जाये- नोडल मंत्री  

 मुरादाबाद सदर तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन, जिसमें जनपद के प्रभारी मंत्री डाॅ महेन्द्र सिंह ने जनशिकायतों को सुनने के साथ ही जरूरतमंदों को कम्बलों का वितरण तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अन्र्तगत संचालित न्यू ड्राई स्कीम के विभिन्न श्रेणी के लाभार्थियों को सूखा राशन वितरित किया। लभार्थियों में हरथला, हिमगिरी, भोला की मिलक, इस्लामनगर, रहमतनगर के लाभार्थी थे। जिला कार्यक्रम अधिकारी डाॅ अनुपमा शाडिल्य द्वारा मा मंत्री जी को विभाग में संचालित इस नवीन योजना के विषय में अवगत कराया ।

डाॅ महेंद्र सिंह ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायतों को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के गुणवत्ता पूर्ण एवं समयबद्धता से निस्तारण करने के निर्देश दिये हैं। सम्पूर्ण समाधान दिवस में राजस्व संबंधी तथा विकास विभाग से संबंधित शिकायतें अधिक संख्या में आयीं जिनका संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्परता व समयबद्धता से निस्तारण हेतु निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में आयी शिकायतों का निस्तारण स्पष्ट तरीके से करना सुनिश्चित करें।

 सम्पूर्ण समाधान दिवस में कैंसर की बीमारी के इलाज हेतु सहायता के लिए आये व्यक्ति से जिलाधिकारी ने राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट से इलाज हेतु बिल बनवाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इलाज हेतु बिलों के आधार पर अस्पताल का भुगतान कर दिया जायेगा। 

एक व्यक्ति द्वारा नगर निगम संबंधी शिकायत निस्तारण पर असंतुष्ट फीडबैक देने पर जिलाधिकारी ने अपर नगर आयुक्त को जांच कर शिकायत के गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण के आदेश दिये हैं। जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिये कि किसान सम्पर्क रजिस्टर में बचें हुए किसानों से सम्पर्क कर धान खरीद का कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें तथा धान क्रय एजेन्सी क्रय किए गये धान का भुगतान भी तेजी से करें। राशन की निरस्त दुकान को स्वयं सहायता समूह को आवंटित न करने के मामले में जिलाधिकारी ने आगामी 31 दिसम्बर तक राशन की सभी निरस्त दुकानों को स्वयं सहायता समूहों को आवंटित करने के निर्देश दिये हैं। 

उन्होंने कहा कि आदेश का पालन न करने पर खण्ड विकास अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जायेगा।  

सम्पूर्ण समाधान दिवस में विभिन्न विभागों से संबंधित 40 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से लगभग 08 शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया।

 इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, नगर विधायक रितेश गुप्ता, कांठ विधायक राजेश कुमार चुन्नू, खादी ग्रामोद्योग के गोपाल अंजान, भाजपा नगर अध्यक्ष, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चैधरी, एसडीएम सदर प्रेरणा सिंह, तहसीलदार सदर, डीसी मनरेगा, पुलिस क्षेत्राधिकारी, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक तथा लेखपाल एवं अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहें।



मंगलवार, 15 दिसंबर 2020

दूल्हे को बीच रास्ते से उठा ले गई महिला। dulhe ko baggi se utarkar apne sath le gayi


यूपी: बारात में बग्गी पे बैठे दूल्हे को बीच रास्ते से उठा ले गई महिला, आप भी रहे सावधान ; जानें पूरा मामला

6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ ; 15:12 :2020 


उत्तर प्रदेश बदायूं के उझानी इलाके का है। यहां रहने वाला एक युवक दिल्ली में रहकर नौकरी करता था। वहां उसकी मुलाकात वहां एक युवती से हुयी और दोनों ने वहीं पर शादी कर ली। इधर, युवक ने अपने परिजनों से यह बात छिपाये रखी। नतीजतन परिवार वालों ने उसकी शादी कछला रोड निवासी एक युवती के साथ तय कर दी। 

युवक लगभग 10 दिन पहले यहां पहुंचा तो परिजनों ने उसे बताया कि शादी तय हो चुकी है और बैंडबाजा भी बुक है। कलह न हो, इसलिए वह मामले को दबाये रहा। नतीजतन बीते रोज शादी की रस्में पूरी होने के साथ ही बारात भी जाने लगी। इसकी भनक दिल्ली वाली पत्नी को लगी तो वह कार से यहां पहुंची तो बारात उझानी के पुराने टॉकीज के पास थी और बाराती नाचने-गाने में मशगूल थे। 

तभी अचानक पहली पत्नी ने बग्गी पर चढ़कर 500 रुपये का नोट दूल्हे के सिर पर लगाकर फोटो खिंचवाये तो लोग दंग रह गये कि आखिरकार वह कौन है । जबकि इसके बाद उसने दूल्हे को हड़काया तो दूल्हा कार में बैठकर उसके साथ चला गया। में बारात लेकर दुल्हन लेने जा रहे एक युवक को रास्ते में उसकी पहली पत्नी ने रोक लिया। बग्गी पर चढ़कर उसने दूल्हे को बताया कि तमाशे से बचना हो तो सीधे उसके साथ चले। दूल्हा अपनी पगड़ी आदि बग्गी पर छोड़कर कार में पहली पत्नी के साथ चला गया और बाराती देखते रह गए। इस घटना की इलाके में व्यापक चर्चा है। बारात भी रास्ते से ही वापस लौट गई। हालांकि किसी पक्ष ने इस मामले में पुलिस को तहरीर नहीं दी है। 

बाढ़ परियोजनाओं का कार्य सभी जनपदों में 15 जनवरी से शुरू की जाय। Dr Mahendra Singh Minister Jal-Shakti-U

बाढ़ की परियोजनाओं का कार्य एक साथ सभी जनपदों में 15 जनवरी से युद्धस्तर पर शुरू कराया जाय, एवं प्रदेश के सभी नालों की सफाई आगामी जून से पूर्व कराने के निर्देश। डाॅ0 महेन्द्र सिंह

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 15:12 : 2020 

उ0प्र0 राज्य बाढ़ नियंत्रण परिषद के स्थायी संचालन समिति की 53 वीं बैठक सम्पन्न। 

उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डाॅ महेन्द्र सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि बाढ़ नियंत्रण के लिए संवेदनशील जनपदों में परियोजनाओं पर कार्य आगामी 15 जनवरी से युद्धस्तर पर हर हाल में शुरू करा दिये जाएं। उन्होंने कहा कि बाढ़ सम्बंधी कार्यों में पूरी गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता का पालन करते हुए अगले मई तक सभी कार्य पूरे कराए जाएं। इन कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही अथवा उदासीना को गम्भीरता से लेते हुए सम्बंधित की जवाबदेही तय करते हुए कठोर कार्यवाही की जायेगी।

जलशक्ति मंत्री आज सिंचाई मुख्यालय स्थित नवीन सभागार में उ. प्र. राज्य बाढ़ नियंत्रण परिषद की स्थायी संचालन समिति की 53वीं बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मा नरेन्द्र मोदी जी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए बाढ़ से निपटने के लिए उ. प्र. सरकार द्वारा इस वर्ष किये गये उपायों की सराहना की थी। उन्होंने कहा कि उ. प्र. की सतत निगरानी एवं सतर्कता से प्रदेश में कोई जनधन की हानि नहीं हुई।

डाॅ महेन्द्र सिंह ने कोविड-19 की विपरीत परिस्थितियों के दौरान अच्छा कार्य किये जाने पर अभियंताओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि अगले साल भी इसी तरह की तैयारी रखनी है ताकि बाढ़ से प्रभावित होने वाले जनपदों में किसी प्रकार की क्षति न हो। उन्होंने कहा कि नाले के सफाई का कार्य जून से पहले पूरा किया जाना चाहिए। इसके साथ ही पुल और पुलियों की मरम्मत एवं रंगाई-पुताई भी अनिवार्य रूप से की जानी चाहिए। उन्होंने नालों की सूची तैयार करने के भी निर्देश दिये, जिसमें लम्बाई, किस गांव से किस गांव तक जाता है और किस जनपद, क्षेत्र, विकास खण्ड के अन्तर्गत स्थित है, इसका पूरा विवरण दर्ज करते हुए सफाई से पूर्व, सफाई के समय एवं सफाई के बाद की फोटोग्राफी कराने के निर्देश दिये।

जलशक्ति मंत्री ने अभियंताओं को आगाह करते हुए कहा कि परियोजनाओं के सम्बंध में ईमानदारी के साथ आंगणन तैयार करें। परियोजना का प्रस्ताव वास्तविक होना चाहिए। ठेकेदारों की मनमानी के चलते पिछली बार विभाग की छवि धूमिल हुई। इस बार ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नम्बर एक का काम जमीन पर दिखना चाहिए। कार्य में गुणवत्ता को लेकर किसी प्रकार की दलील नहीं सुनी जायेगी। उन्होंने अनुश्रवण की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इस वर्ष की भांति भी अगले वर्ष हर जगह कैमरे स्थापित कराये जाएं ताकि इसकी निगरानी लगातार की जा सके। उन्होंने कहा कि टेण्डर से लेकर कार्य शुरू होने की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाय और पिछली गलतियों को इस बार न दोहराया जाय।

डाॅ महेन्द्र सिंह ने कहा कि अगले वर्ष ड्रेजिंग के कार्य पर भी विशेष ध्यान दिया जाय। ड्रेजिंग से निकाली गई मिट्टी एवं बालू का समुचित निस्तारण अनिवार्य रूप से कराया जाय। इसी प्रकार नालों की सफाई कराते समय उसका मलबा एवं कचरा साथ-साथ हटाया जाय, ताकि लोगों के आवागमन में किसी प्रकार की बाधा न पहुंचे। इसके साथ ही जीर्ण-शीर्ण तटबन्धों की मरम्मत भी कराई जाय। उन्होंने कहा कि बाढ़ से निपटने की तैयारी में किसी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ नियंत्रण की सभी औपचारिकताएं पूरा करते हुए 15 जनवरी, 2021 से सभी संवेदनशील जनपदों में कार्य शुरू कराते हुए मई, 2021 तक पूरा किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। इसलिए सभी कार्य एवं आवश्यक संसाधन की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित की जाय।

राज्यमंत्री राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण विजय कुमार कश्यप ने कहा कि कोरोना काल में भी बाढ़ से बचाव की अच्छी तैयारी के कारण ही इस वर्ष प्रदेश का नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बाढ़ सम्बंधी परियोजनाओं को प्राथमिकता देते हुए समय से पूरा कराया जाय, जिससे आम जनता को इसका लाभ मिल सके। इसके साथ ही अच्छे कार्यों को सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता तक पहुंचाया जाय। 

अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधान टी. वेंकटेश ने जलशक्ति मंत्री जी को आश्वस्त किया कि संभावित बाढ़ से निपटने के सभी कार्यों को समय से पूरा करा लिया जायेगा और अगले वर्ष भी प्रदेश की जनता को बाढ़ की विभीषिका नहीं झेलनी पड़ेगी।

बैठक में सचिव सिंचाई अनिल गर्ग, विशेष सचिव सिंचाई श्रीमती प्रियंका निरंजन व मुश्ताक अहमद, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष आर. के. सिंह, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन अशोक कुमार सिंह, प्रमुख अभियंता यांत्रिक  देवेन्द्र अग्रवाल सहित विभिन्न जनपदों के अधीक्षण अभियंता एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

सोमवार, 14 दिसंबर 2020

संदीप कुमार यादव सिपाही की दिन में सगाई, रात तेज रफ्तार ने ले ली जान। Pratapgarh-Road-Accident

 प्रतापगढ़ दर्दनाक हादसा : CM ने जताया शोक; संदीप कुमार यादव सिपाही की दिन में सगाई, रात तेज रफ्तार ने ले ली जान। परिवार के 5 लोगों की एक साथ मौत, 

#6_एएम_न्यूज़_टाइम्स_लखनऊ 9415461079 

     शादी समारोह से लौट रही बोलेरो की पेड़ से टक्कर। 

प्रतापगढ़। बोलेरो की स्पीड इतनी तेज थी ड्राइवर संतुलन खो बैठा और यह पेड़ से टकरा गया । रविवार को दिन में हुई थी सिपाही की सगाई , उसके बाद भाई की सुसराल गया था  एक ही परिवार के थे सभी मृतक , मातम में बदली सगाई की खुशियां उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में रविवार देर रात तेज रफ्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई । हादसे में मऊ जिले में तैनात सिपाही समेत 5 लोगों की मौत हो गई । 

सिपाही की रविवार को दिन में ही सगाई हुई थी । सभी मृतक एक ही परिवार के थे । सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक जताया है। सगाई के बाद भाई की ससुराल गया था सिपाही दरअसल , नगर कोतवाली क्षेत्र के खजोहरी निवासी संदीप कुमार यादव ( 29 साल ) 2013 बैच का सिपाही था । वर्तमान में उसकी तैनाती मऊ जिले में थी ।

 CM ने जताया शोक। 

रविवार को दिन में सिपाही संदीप की सगाई हुई । शाम को वह परिवार के अन्य 4 सदस्य राहुल , अखिलेश , पप्पू , संदीप के साथ बड़े भाई की ससुराल पट्टी के कुंदनपुर गया था । यहां से देर रात सभी वापस अपने घर लौट रहे थे । इसी दौरान कंधई कोतवाली के पिपरी खालसा मोड़ पर बोलेरो हादसे की शिकार हो गई । स्थानीय लोगों ने हादसे की जानकारी पुलिस को दी । पुलिस ने मौके पहुंचकर राहत बचाव का काम शुरू किया । हादसे के बाद गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी । गैस कटर से काटकर शवों को गाड़ी से बाहर निकाला गया । उधर , हादसे की सूचना के बाद परिजन भी अस्पताल पहुंच गए । सिपाही के भाई बबलू की मानें तो सोमवार को संदीप को मऊ पहुंच कर ड्यूटी ज्वाइन करना था । अज्ञात वाहन का पता लगाया जा रहा ASP पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी ने बताया कि घटना के वक्त बगल से एक अन्य गाड़ी तेज रफ्तार से गुजरी थी , जिसका पता लगाया जा रहा है । शर्वो को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है । 

जेल वार्डर, फायरमैन, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के प्रवेश पत्र। UP Police Admit Card 2020

 यूपी पुलिस भर्ती एडमिट कार्ड 2020 : UPPRPB आज जारी करेगा जेल वार्डर, फायरमैन, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के प्रवेश पत्र। 

6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 14:12 : 2020 / 09:23 AM 

  


UP Police Admit Card 2020 :

               👉      उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ( यूपीपीआरपीबी ) आज जेल वार्डर, फायरमैन और कांस्टेबल घुड़सवार भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी कर सकता है। बोर्ड ने कहा था कि एडमिट कार्ड परीक्षा से 7 दिन पहले जारी किए जाएंगे। 

माना जा सकता है कि 19 दिसंबर से शुरू हो रही भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड 14 दिसंबर यानी आज जारी किए जाएंगे। हालांकि अभ्यर्थियों को पता चल चुका है कि उनका एग्जाम किस जिले में है। लेकिन परीक्षा केंद्र का सही पता और शिफ्ट टाइमिंग की जानकारी उन्हें एडमिट कार्ड से मिलेगी। एडमिट कार्ड के बिना किसी भी अभ्यर्थि को परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिलेगी। इसके अलावा उस पर सभी दिशानिर्देशों का भी उल्लेख होगा।

 5825 पदों पर सीधी भर्ती के लिए 19 व 20 दिसंबर को दो पालियों में ऑफलाइन लिखित परीक्षा प्रदेश के 10 जिलों में बनाए गए 335 परीक्षा केंद्रों पर होगी।

पता करें अपना रजिस्ट्रेशन नंबर, साथ ही ईमेल आईडी और फोन नंबर अपडेट करने का भी मौका। 

बोर्ड ने ऐसे अभ्यर्थियों के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर जानने की सुविधा शुरू की है जो उसे भूल गए हैं। बोर्ड को अभ्यर्थियों के रजिस्ट्रेशन नंबर भूलने की समस्या से अवगत कराया गया था जिसके बाद यह ऑप्शन खोला गया। इसके अलावा बोर्ड ने अभ्यर्थियों को अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी अपडेट करने का भी मौका दिया है। अभ्यर्थी नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर अपना नाम, पिता का नाम व जन्मतिथि डालकर अपना रजिस्ट्रेशन नंबर जान सकते हैं। इसके अलावा अगर अभ्यर्थी पहले डाले गए मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी को भी अपडेट करना चाहते हैं तो वह नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन नंबर, जन्मतिथि डालकर ईमेल व नंबर अपडेट कर सकते हैं। 

https://admitcardbuilder2.azurewebsites.net/app/E12226KA66C1/

इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) ने 19 व 20 दिसंबर को होने वाली जेल वार्डर, फायरमैन व कांस्टेबल घुड़सवार पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को आवंटित जनपदों की सूची वेबसाइट uppbpb.gov.in पर प्रकाशित कर दी। अभ्यर्थी इस सूची में यह चेक कर सकते हैं कि उनका एग्जाम सेंटर किसी जिले में हैं।


लाखों उम्मीदवारों की सूची में कैसें देखें अपना परीक्षा जिला। 

बोर्ड ने नोटिस में कहा है कि अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र संख्या ही उनका रजिस्ट्रेशन नंबर है। अभ्यर्थी लिखित परीक्षा के लिए आवंटित जनपद की जानकारी अपना आवेदन पत्र संख्या/रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर सर्च कर सकते हैं। अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर बाद में लिखित परीक्षा की तिथि से 7 दिन पहले अपलोड किए जाएंगे, जिसे अभ्यर्थी अपना रजिस्ट्रेशन नंबर व बर्थ डेट डालकर डाउनलोड कर सकेंगे। अभ्यर्थियों को कोई समस्या है तो वह हेल्प डेस्क पर कॉल कर सकते हैं। 

यूपी पुलिस भर्ती : UPPRPB ने जारी की अभ्यर्थियों को आवंटित जनपदों की लिस्ट, यहां चेक करें किस जिले में है आपकी परीक्षा ( http://uppbpb.gov.in )

👉  नेगेटिव मार्किंग 

परीक्षा में निगेटिव मार्किंग होगी। बोर्ड के अपर सचिव भर्ती विजय भूषण ने बताया कि 19 व 20 दिसंबर को आयोजित होने वाली आफलाइन लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्रों के निर्देश में त्रुटिवश ‘नो निगेटिव मार्किंग’ तथ्य अंकित हो गया था। बोर्ड ने इस संबंध में अपनी वेबसाइट पर भी स्पष्टीकरण जारी कर दिया है। सभी अभ्यर्थियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि लिखित परीक्षा में गलत उत्तर देने पर ऋणात्मक अंक प्रदान किए जाएंगे। 


👉  कड़ी सुरक्षा

ऑफलाइन लिखित परीक्षा कड़े सुरक्षा घेरे में होगी। प्रदेश के 10 जिलों में बनाए गए 335 परीक्षा केंद्रों पर इसका आयोजन किया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से हर केंद्र पर एक इंस्पेक्टर व दो सब इंस्पेक्टर की तैनाती की जाएगी। जिले के वरिष्ठ पुलिस अफसर भी लगातार परीक्षा केंद्रों का जायजा लेते रहेंगे। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और हर अभ्यर्थी की बायोमीट्रिक हाजिरी ली जाएगी, ताकि किसी अभ्यर्थी की जगह कोई दूसरा व्यक्ति परीक्षा में न बैठ सके। 

👉  हेल्प डेस्क

परीक्षा के लिए सबसे ज्यादा 72 केंद्र लखनऊ में बनाए गए हैं। इसके बाद प्रयागराज में 65, वाराणसी में 58, कानपुर नगर में 56, गोरखपुर में 35, आगरा में 30, बरेली में आठ, गाजियाबाद में पांच तथा मेरठ व गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में तीन-तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बोर्ड ने अभ्यर्थियों के लिए हेल्प डेस्क नंबर भी जारी किया है। यह नंबर (09513765358) बोर्ड की वेबसाइट पर भी दिया गया है। यह हेल्प डेस्क नंबर सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे तक बोर्ड की वेबसाइट (http://uppbpb.gov.in) पर क्रियाशील है। 


👉  कुल वैकेंसी :

इस भर्ती में जेल वार्डर के 3638 पद (3012 पुरुष एवं 628 महिला),अग्निशमन विभाग में फायरमैन के 2085 पद तथा कांस्टेबल घुड़सवार पुलिस के 102 पद शामिल हैं। इससे संबंधित विज्ञापन वर्ष 2016 में जारी किया गया था। 

शनिवार, 12 दिसंबर 2020

पूर्वांचल को खुशहाल बनाने के लिए सिंचाई प्रणालियों को पूरी क्षमता से संचालित करने पर जोर। Dr Mahendra Singh Minister Jal-Shakti-UP


👉  पूर्वांचल को खुशहाल बनाने के लिए सिंचाई प्रणालियों को पूरी क्षमता से संचालित करने पर जोर। 

👉  भूगर्भ जल संरक्षण, संचयन एवं सम्वर्धन के लिए आम जनता को जागरूक संवर्धन करना होगा।
 डॉ महेंद्र सिंह 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 11:12 :2020 



उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ जी के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश के पूर्वी हिस्से में विभिन्न विकास योजनाएं तेजी से लागू की जा रही हैं। प्रदेश की जनता इन योजनाओं के लागू होने से बदलाव महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा पूर्वांचल के विकास के लिए सिंचाई के लिए पर्याप्त जल की आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा जल संरक्षण एवं संचयन के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

डाॅ महेन्द्र सिंह आज गोरखपुर विश्व विद्यालय के जन्तु विभाग में पूर्वांचल विकास बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित पूर्वांचल का सतत विकास-पूर्वी उ. प्र. के लिए एक पहल राष्ट्रीय वेबीनार व संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के अब तक कार्यकाल में पूर्वांचल के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं तैयार की गई हैं और उनको जमीन पर उतारने के लिए पूरी ईमानदारी से प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा एवं पहल पर प्रदेश में अटल भू-जल मिशन, पर-ड्राॅप-मोर-क्राॅप जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है।



जल शक्ति मंत्री ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि जल प्रकृति की अनमोल धरोहर है। जल है तो कल है। इस बहुमूल्य सम्पदा को भावी पीढ़ी को सुरक्षित सौंपने के लिए जल का विवेकपूर्ण उपयोग जरूरी है। इसलिए सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा भूगर्भ जल एवं जल संरक्षण एवं सम्वर्धन के लिए आम जनता को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही रेन वाटर हार्वेंस्टिंग को अनिवार्य बनाया जा रहा है। इसके अलावा पूर्वांचल व बुन्देलखण्ड तथा विन्ध्य क्षेत्र के संकटग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। 



शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

यूपी विधानसभा में इन विभिन्न पदों पर निकली वैकेंसी...... UP-Vidhan-Sabha-Recruitment 2020

 यूपी विधानसभा में इन विभिन्न पदों पर निकली वैकेंसी, जल्द करें आवेदन

👉 उम्मीदवार आवेदन करने से पहले इन बातों को ध्यान से पढ़ें। 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ ।



  


UP Vidhan Sabha Recruitment 2020: उत्तर प्रदेश विधानसभा ने एडिटर, काउंटर रिपोर्ट, स्क्रूटनी ऑफिसर, एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी, असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर, एडमिनिस्ट्रेटर, रिसर्च एंड रेफरेंस असिस्टेंट, इंडेक्सर और सिक्योरिटी असिस्टेंट (पुरुष और महिला) ग्रुप बी और ग्रुप सी श्रेणी के 87 पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं. 

इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार 7 जनवरी तक या उससे पहले

👉  UP Vidhan Sabha की आधिकारिक वेबसाइट uplegisassembly.gov.in या uplegisassemblyrecruitment.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 


इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक ; 👉https://uplegisassemblyrecruitment.in/ 

के माध्यम से UP Vidhan Sabha Recruitment 2020 के लिए आवेदन कर सकते हैं. 

साथ ही इस लिंक 👇 👇 👇 👇 👇https://uplegisassemblydocs.in/Docs/vigyapan.pdf के जरिए आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं. 


 SSC CHSL Recruitment 2020: SSC ने क्लर्क से लेकर डाटा एंट्री ऑपरेटर के 4893 पदों पर निकली वैकेंसी, आवेदन प्रक्रिया शुरू,    

UP Vidhan Sabha Recruitment 2020 के लिए रिक्तियों का विवरण Also Read - Indian Air Force Recruitment Rally 2020: 12वीं पास युवाओं के लिए भारतीय वायुसेना में गोल्डन चांस, इन राज्यों में कल से शुरू हो रही है भर्ती रैली, जानें डिटेल

  1. एडिटर - 1 पद
  2. काउंटर रिपोर्ट -4 पद
  3. स्क्रूटनी ऑफिसर - 13 पद
  4. एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी - 2 पद
  5. असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर - 53 पद
  6. एडमिनिस्ट्रेटर - 1 पद
  7. रिसर्च एंड रेफरेंस असिस्टेंट - 1 पद
  8. इंडेक्सर- 1 पद
  9. सिक्योरिटी असिस्टेंट (पुरुष) - 10 पद
  10. सिक्योरिटी असिस्टेंट (महिला) - 1 पद


UP Vidhan Sabha Recruitment 2020 के लिए शैक्षिक योग्यता


एडिटर- उम्मीदवार के पास संपादकीय कार्य / अनुवाद कार्य / सटीक लेखन में 5 साल के अनुभव के साथ साहित्य या सामाजिक विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए.


काउंटर रिपोर्ट, स्क्रूटनी ऑफिसर, एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी, असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर: उम्मीदवार के पास शॉर्टहैंड और टाइपिंग के ज्ञान के साथ किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए.


सिक्योरिटी असिस्टेंट - उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। 

इंडेक्सर - उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से पुस्तकालय विज्ञान में ग्रेजुएट और डिप्लोमा होना चाहिए। 

रिसर्च एंड रेफरेंस असिस्टेंट - प्रासंगिक डिसिप्लिनरी में पोस्ट ग्रेजुएट होना चाहिए। 

UP Vidhan Sabha Recruitment 2020 के लिए आवेदन शुल्क 👇


  1. सामान्य - रु. 950 / -
  2. ओबीसी - रु. 950 / -
  3. एससी / एसटी - रु. 850 / -
  4. ईडब्ल्यूएस - रु. 950 / -


UP Vidhan Sabha Recruitment 2020 के लिए आयु सीमा

उम्मीदवार की आयु 21 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए.





अखिलेश यादव का BJP-RSS पर बड़ा हमला कहा.... Akhilesh-Yadav-Samajwadi-Party

 अखिलेश का भाजपा-आरएसएस बड़ा हमला कहा देश की आजादी के आंदोलन में कोई भूमिका नहीं थी। 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 


समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज लखनऊ से बीस किलोमीटर गोसाईंगंज में स्थापित झण्डा स्मारक पर पहुंचकर अपनी भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों की स्मृति को संजोए रखने पर बल देते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में जिन्होंने अपने प्राणों की आहूति दी वे हमारी प्रेरणा के स्रोत हैं। समाज अपने पूर्वजों के त्याग, समर्पण की भावना के प्रति नतमस्तक है। उनकी तपस्या से ही आज हम आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं।


    अखिलेश यादव ने कहा स्वतंत्रता आंदोलन के जो मूल्य और आदर्श थे वर्तमान भाजपा सरकार ने उनको भुलाने का काम किया है। भाजपा-आरएसएस की भारत के स्वातंत्रता आंदोलन में कोई सहभागिता या भूमिका नहीं थी। इसलिए वे शहीदों की विरासत के प्रति न्याय नहीं कर सकते है। सन्1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में गांधी जी सहित जब कांग्रेस के बड़े नेता गिरफ्तार हो गए थे तब समाजवादी नेताओं डाॅ0 राममनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण तथा अरूणा आसफ अली आदि ने ही आंदोलन की कमान सम्भाल थी।

     गोसाईंगंज नगर पंचायत का गठन 1915 ई0 में हुआ था इस कस्बे से 1921 से 1942 के बीच 42 लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया इनमें 3 महिलाएं भी थी। इस क्षेत्र में झण्डा स्मारक निर्माण स्वतंत्रता सेनानी श्री मंगल प्रसाद यादव ने की थी। उनके नाती श्री बृजेश यादव ने बताया कि 1930 में यहां स्वतंत्रता आंदोलन का झण्डा लगा था जिसे पुलिस जबरन उतारकर ले गई थी। 1936 में श्री जवाहर लाल नेहरू ने ध्वज फहराया और 20 नवम्बर 1938 में नेता जी सुभाष चंद्र बोस पधारे थे, उन्होंने भी झण्डा स्मारक पर ध्वजारोहण किया था। इस क्षेत्र के किसानों के लिए यह गर्व का अवसर था।

गुरुवार, 10 दिसंबर 2020

यूपी में पहली बार नलकूप ऑपरेटरों में महिलाओं की भागीदारी,CM Yogi-Dr-Mahendra-Singh-Jal-Shakti-UP-Irrigation Department

 👉  पहली यूपी में पहली बार नलकूप ऑपरेटरों में महिलाओं की भागीदारी, 

👉  सीएम योगी एवं डाॅ महेंद्र सिंह ने महिलाओं सहित 3209 को बांटे नियुक्ति पत्र , 

👉  जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा कि 2011 के बाद अब नलकूप चालकों की नियुक्ति हो रही है। पहली बार नलकूप चालक के पद पर महिलाओं की तैनाती ऐतिहासिक है। 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 10:12 :2020, 08:29 AM 

 लखनऊ , मिशन रोजगार के तहत बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़कर प्रदेश के 3,209 नलकूप ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र बांटे। जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह की मौजूदगी में पहली बार नलकूप ऑपरेटरों में महिलाओं का भी चयन किया गया है । यूपीएसएसएससी चयन प्रक्रिया से चुने गए ऑपरेटर्स में 516 महिलाएं हैं । 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार की लगातार कोशिशों से किसानों को समय पर खाद-बीज और सिंचाई की सुविधा मिलने लगी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, जैसी योजनाओं ने खेती-किसानी को लाभकर बनाया है। सिंचाई व्यवस्था को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। नलकूपों के सुगम संचालन के लिए गांवों में बिजली आपूर्ति न होने की समस्या दूर की गई है। यह सब किसान हितों को संरक्षित करने की ही कोशिश है।

👉  सीएम योगी ने कहा कि खुशहाल किसान, समृद्ध प्रदेश की आधारशिला हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नलकूप ऑपरेटरों के चयन की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई है। जिन्होंने मेहनत की उसका सुफल आज चयनितों को मिल रहा है। अब आप सभी का दायित्व है कि पूरी ऊर्जा और लगन के साथ सभी किसानों के खेतों तक जल की उपलब्धता सुनिश्चित करें। हमें एक-एक बूंद जल की कीमत को समझना होगा। इसके उचित संरक्षण को नियोजित करना होगा।


नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में बीते साढ़े तीन साल जल शक्ति विभाग के लिए ऐतिहासिक रहे हैं। प्रदेश में सिंचित भूमि का दायरा 23 लाख हेक्टेयर हो गया है, तो वर्षों से खाली पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया तेजी से पूरी हो रही है। 2011 के बाद पहली बार नलकूप चालकों की नियुक्ति हो रही है। इस बार पहली बार महिलाओं की तैनाती भी नलकूप चालक के पद पर हुई है, यह ऐतिहासिक है। यही नहीं, पहली बार इस पद के लिए बकायदे परीक्षा कराई गई। सफल अभ्यर्थियों को एक माह का प्रशिक्षण दिया गया। जलशक्ति मंत्री ने सभी नवचयनित नलकूप चालकों को मनचाहे जनपद में तैनाती पर बधाई भी दी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौकरी का एक मात्र आधार 'मेरिट' ही है। प्रदेश में पूरी पारदर्शी तरीके से एक लाख 37 हजार से अधिक पदों पर पुलिस विभाग में भर्तियां की गईं। लगभग एक लाख बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों का चयन किया गया। अन्य सभी विभागों में भी नियुक्ति की प्रक्रिया शानदार तरीके से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं कि जब प्रदेश में चार लाख से अधिक सरकारी नियुक्तियों की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। वहीं 15 लाख ने निजी क्षेत्र में कॅरियर बनाया है। यही नहीं, बैंकों से जोड़कर सरकार ने डेढ़ करोड़ युवाओं को स्वतः रोजगार के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराए हैं। सीएम ने कहा कि 'मिशन रोजगार' का यह क्रम जारी रहेगा।

बुधवार, 9 दिसंबर 2020

298 प्रवक्ताओं को नियुक्ति देने के लिए वेबसाइट शुरू आवेदन करें। अंतिम तिथि 👇 समाप्त होने वाली। lecturer recruitment 2020

 298 प्रवक्ताओं को नियुक्ति देने के लिए वेबसाइट शुरू, अभ्यर्थी आवेदन करें। अंतिम तिथि 👇 समाप्ति की ओर जल्दी करे। 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 09:12 :2020 

  


राजकीय इंटर कॉलेजों के 298 प्रवक्ता पद पर चयनित अभ्यर्थियों को तैनाती दिए जाने के लिए वेबसाइट की शुरुआत माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय ने मंगलवार को की। आवेदन 15 दिसम्बर तक लिए जाएंगे।


पहली वरीयता दिव्यांग श्रेणी में चयनित अभ्यर्थियों को दी जाएगी। दूसरी वरीयता पर वे महिला प्रवक्ता होंगी जिनके बच्चे को 40 फीसदी दिव्यांगता या ऑटिज्म होगा। तीसरी वरीयता पर जीवनसाथी के सेना, केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों में होने पर मिलेगी। चौथी वरीयता पर विधवा-विधुर अभ्यर्थियों को रखा गया है जो एकल अभिभावक हैं। वहीं पांचवी वरीयता पर उन अभ्यर्थियों को रखा गया है जिनके पति-पत्नी सरकारी या सहायता प्राप्त स्कूल-कॉलेज या विवि में कार्यरत हों। वरीयता क्रम के बाद शेष रिक्तियों पर बचे हुए अभ्यर्थियों का पदस्थापन लोक सेवा आयोग की मेरिट के मुताबिक किया जाएगा।

अभ्यर्थियों की सुविधा व समस्या निस्तारण के लिए हेल्पाइन नंबर (6387219859) भी जारी किया गया है। किसी अभ्यर्थी द्वारा ऑनलाइन नियुक्ति प्रक्रिया में वरीयता क्रम में विकल्प न देने पर विभाग नियमानुसार पदस्थापन किया जाएगा।

इस मौके पर विशेष सचिव केआर सिंह, अपर शिक्षा निदेशक मंजू शर्मा, जेडी भगवती सिंह, डीडी विकास श्रीवास्तव, प्रतिमा सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे

उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय भर्ती 2020 ; UP Vidhan Sabha Recruitment 2020

 उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय भर्ती 2020 : यूपी में ग्रुप बी और सी पदों पर 87 वैकेंसी, देखें आवेदन की अंतिम तिथि 👇

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079, 09:12 :2020 ; 



UP Vidhan Sabha Recruitment 2020: उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय में ग्रुप बी और सी पदों पर 87 वैकेंसी निकली हैं। आवेदन आवेदन की प्रकिया (8 दिसंबर 2020) से शुरू हो गई है। इच्छुक उम्मीदवार uplegisassemblyrecruitment.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। 

आवेदन की अंतिम तिथि 7 जनवरी 2021 तय की गयी है।




उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय में इन पदों के लिए होनी है भर्ती

  1. सम्पादक – 1 पद
  2. प्रतिवेदक – 4 पद
  3. समीक्षा अधिकारी – 13 पद
  4. अपर निजी सचिव – 2 पद
  5. सहायक समीक्षा अधिकारी – 53 पद
  6. व्यवस्थापक – 1 पद
  7. शोध एवं सन्दर्भ सहायक – 1 पद
  8. सूचीकार – 1 पद
  9. सुरक्षा सहायक (पुरुष) – 10 पद
  10. सुरक्षा सहायक (महिला) – 1 पद


चयन ; लिखित परीक्षा व इंटरव्यू 

पूरा नोटिफिकेशन देखने के लिए https://uplegisassemblyrecruitment.in/

मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

पंद्रहवें वित्त अनुशंसा की एक किश्त अब तक नहीं मिल सकी है। Up-Panchayat-election-2021

यूूपी पंचायत चुनाव 2020 : खत्म होने वाला है  कार्यकाल, प्रधानो को अब भी सैकड़ों करोड़ का इंतजार। पंद्रहवें वित्त अनुशंसा की एक किश्त अब तक नहीं मिल सकी है। 

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 


25 दिसम्बर 2020 को ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। संवैधानिक रूप से अब तक चुनाव करवाने व नई ग्राम पंचायतों का गठन हो जाना चाहिए था। पर कोरोना महामारी के चलते चुनाव टलते गए, ऐसे में अब फरवरी 2021 में पंचायत चुनाव होने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि परिसीमन की जटिलताएं पंचायत चुनावों को और आगे खींच सकती हैं। 


ग्राम पंचायत की आबादी, कुल क्षेत्रफल व अनुसूचित जाति की जनसंख्या के आकलन के आधार पर प्रत्येक वित्तीय वर्ष में बजट आवंटित किया जाता है। आवंटित धनराशि ग्राम निधि के अलग अलग बैंक खातों में भेजी जाती है। पर इस वित्तीय वर्ष में कोरोना महामारी के चलते भारी कटौती की गई है,

 यही नहीं केंद्र सरकार की ओर से पंद्रहवें वित्त की अनुशंसा से भेजी जाने वाली दो किश्तों में से एक किश्त अब तक नहीं मिल सकी है। कई जनपदों की ग्राम पंचायतों को एक वित्तीय वर्ष में तकरीबन दो सौ करोड़ की धनराशि केंद्र सरकार की ओर से विकास कार्यों को करवाए जाने के लिए दी जाती है। पहली किश्त मार्च के बाद और दूसरी किश्त अक्टूबर व नवम्बर में प्राप्त हो जाती है। पर इस वित्तीय वर्ष में पहली किश्त जारी होने के बाद कोरोना महामारी से खस्ता हाल हुई अर्थव्यवस्था के कारण दूसरी किश्त जारी करने में देर हो गई है। उम्मीद जताई जा रही है, दिसम्बर के अंत तक यह धनराशि जारी कर दी जाएगी। पंचायत महकमें के जिम्मेदारों के मुताबिक इस माह तकरीबन सौ करोड़ रुपए जारी कर दिए जाएंगे जो सीधे ही ग्राम निधि में पहुंचेगे। हालांकि तब तक वर्तमान ग्राम प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष संजीव सिंह कुशवाहा ने मांग की कोरोना संक्रमण काल में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल प्रभावित हुआ है। लॉक डाउन के दौरान विकास कार्यों के करवाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। ऐसे में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल प्रभावित हुआ, सरकार को इसकी भरपाई करने के लिए चुनाव सम्पन्न न होने तक प्रभार वर्तमान ग्राम प्रधानों को ही देना चाहिए। 


पैसा मिले तो बढ़े विकास कार्य की गति

अगर ससमय धनराशि का आवंटन हो गया तो मौजूदा ग्राम प्रधान काम करवा कर कुछ और लोगों को खुश कर सकते हैं। ऐसे में वर्तमान ग्राम प्रधानों को जनता को खुश करने का एक और मौका मिल जाएगा। वहीं संभावित प्रत्याशी मान कर चल रहे हैं, यह धनराशि वर्तमान ग्राम प्रधानों के कार्यकाल के बाद ही जारी की जाएगी। जो चुनाव जीतने के बाद उन्हे खर्च करने को मिलेगी।  

विभागीय शिकायतों , अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने पर अभियन्ताओं को स्थानान्तरित करते हुए मुख्यालय सम्बद्ध किया। Dr Mahendra Singh Minister Jal-Shakti-UP

गुणवत्ता एवं पारदर्शिता पर खरे न उतरने पर जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह के निर्देश पर अभियन्ताओं को स्थानान्तरित करते हुए मुख्यालय सम्बद्ध किया गया। 

Ravindra Yadav : 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 08: 12 : 2020 


गुणवत्ता एवं पारदर्शिता पर खरे न उतरने वाले अभियन्ताओं को विभागीय शिकायतों , अनियमितताओं , भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने पर सिंचाई विभाग के एक अधिशासी अभियन्ता , सहायक अभियन्ता तथा अवर अभियन्ता को स्थानान्तरित करते हुए मुख्यालय सम्बद्ध किया गया 


लखनऊ : 07 दिसम्बर , 2020 

लखनऊ। जलशक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह के निर्देश पर देवेन्द्र ठाकुर अधिशासी अभियन्ता हेडवर्क्स खण्ड आगरा नहर ओखला को विभागीय शिकायतों , अनियमितताओं , भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने तथा सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा रोकने में विफल रहने पर तत्काल प्रभाव से कार्यालय प्रमुख अभियन्ता सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उ. प्र. लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है । 

इसी प्रकार ईश्वर सिंह सहायक अभियन्ता प्रथम सिंचाई खण्ड हाथरस को अनियमितताओं एवं विभिन्न शिकायतों के आधार पर स्थानान्तरित करते हुए तत्काल प्रभाव से कार्यालय प्रमुख अभियन्ता सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उ. प्र. लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है । 

इन दोनों अधिकारियों से संबंधित आवश्यक आदेश प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई राजीव कुमार सिंह द्वारा आज 07 दिसम्बर , 2020 को आदेश जारी कर दिए गए हैं । इसी तरह अवर अभियन्ता सिविल आफाक अहमद को हेडवर्क्स खण्ड आगरा नहर ओखला, नई दिल्ली से प्रशासनिक आधार पर तत्काल प्रभाव से प्रमुख अभियन्ता कार्यालय लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है ।

 इस संबंध में प्रमुख अभियन्ता परियोजना वी.के. निरंजन की ओर से आज आदेश जारी कर दिया गया है । इन अभियन्ताओं को जलशक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह द्वारा सख्त कार्रवाई के निर्देश पर स्थानान्तरित किर गया है । अधिशासी अभियन्ता के रुद्ध प्रथम दृष्टया प्रशासनिक कदम उठाते हुए इन्हें तैनाती स्थान से पृथक करते हुए इनके विरुद्ध आरोपों की कड़ी जांच की कार्रवाई प्रस्तावित की जा रही है ।



सोमवार, 7 दिसंबर 2020

हिरासत में अखिलेश यादव, अपने आवास में करीब छह घंटा नजरबंद रहे ; Akhilesh-Yadav-Samajwadi-Party

  हिरासत में अखिलेश, आवास में करीब छह घंटे रहे नजरबंद अखिलेश यादव ; बोले - भाजपा कर रही लोकतंत्र की हत्या। 

प्रदेश भर में सपा नेताओं पर शिकंजा कसा।

Ravindra Yadav 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ 9415461079 ; 01:25 PM


               हिरासत पुलिस वैन में अखिलेश यादव 

लखनऊ। पत्नी डिम्पल के क्षेत्र कन्नौज में समाजवादी पार्टी की किसान यात्रा रवाना करने से रोके गए समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला है । लखनऊ में अपने आवास में करीब छह घंटा नजरबंद रहे अखिलेश यादव ने अपने आवास के पास विक्रमादित्य मार्ग पर धरना दिया और मीडिया को संबोधित किया ।

लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग पर करीब 45 मिनट तक धरने पर बैठे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनको पुलिस की बस में बैठाया गया है। धरना पर बैठे अखिलेश यादव पुलिस की बैरिकेडिंग से बाहर आ गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लेकर पुलिस लखनऊ के ईको गार्डन रवाना हो गई।



अखिलेश ने कहा कि जब किसान धरने पर बैठ सकते हैं तो मैं क्यों नहीं बैठ सकता। मेरा कन्नौज जाने का कार्यक्रम था। मुझे पुलिस के दम पर वहां नहीं जाने दिया जा रहा है। वहां पर करीब 45 मिनट तक धरना देने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने वहां पर लोकसभा अध्यक्ष को दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी दिया है।


समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव बंदरियाबाग चौराहे पर सड़क के बीच में धरने पर बैठे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कोरोना वायरस को एक बहाना बनाया है। भाजपा के लिए किसी भी कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए कोरोना वायरस कहीं पर भी नहीं है, लेकिन विपक्ष अगर कहीं पर भी कुछ करता है तो सरकार कोरोना का बहाना बना लेती है। अब तो यह सरकार भरपूर तानाशाही कर रही है। हर जगह पर पुलिस के दम पर हमें रोका जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। सरकार किसानों की नहीं सुन रही है। किसान, गरीब, मजदूर सब परेशान हैं।

गौतम पल्ली थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव का सोमवार को कन्नौज जाने का कार्यक्रम था। वहां के जिलाधिकारी ने उनके कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है, लिहाजा सपा दफ्तर की ओर जाने वाले विक्रमादित्य मार्ग के हिस्से को सील करने की कार्रवाई की गई है।

 इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर उनके आवास में ही नजरबंद किया गया था। अखिलेश यादव के आवास के साथ ही विक्रमादित्य मार्ग पर सपा कार्यालय को भी बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया था । गौतम पल्ली थाना की फोर्स के साथ ही लखनऊ के अन्य थाना क्षेत्र की फोर्स को अखिलेश यादव के आवास के पास में तैनात किया गया।

अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास पर जा रहे रहे पार्टी के दो एमएलसी उदयवीर सिंह तथा राजपाल कश्यप को भी पुलिस ने सड़क पर ही रोक दिया। दोनों नेताओं ने अपना परिचय देने के साथ ही अपना आई कार्ड भी दिखाया, इसके बावजूद भी उन्हेंं रोका गया । एमएलसी राजपाल कश्यप और आशु मलिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पार्टी ऑफिस में जाने के लिए पुलिस से धक्का-मुक्की के बाद दोनों हिरासत में लिया गया। सपा कार्यालय में पार्टी नेताओ के आने पर रोक लगा दी गई । राजपाल कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार अखिलेश यादव से घबरा गई। यहां पर किसानों की आवाज उठाने पर अन्याय किया जा रहा है। 

अखिलेश यादव की आज कन्नौज से समाजवादी पार्टी की किसान यात्रा को रवाना करने की योजना है। कोविड 19 का हवाला देकर योगी आदित्यनाथ सरकार ने उनके कार्यक्रम पर रोक लगा दी है। कन्नौज में अखिलेश के किसानों के समर्थन में किसान यात्रा में ट्रैक्टर चलाकर यात्रा के शामिल होने का कार्यक्रम था। समाजवादी पार्टी की आज हर जिले में लगातार किसान यात्रा चलाने का कार्यक्रम है।


प्रदेश भर में सपा नेताओं पर शिकंजा कसा। 


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्र्देश पर सोमवार से होने वाली समाजवादी पार्टी की किसान यात्रा से पहले ही जिलों में समाजवादी पार्टी के नेताओं पर शिकंजा कसा गया । इनको घरों में ही नजरबंद किया गया है। आगरा में फोर्स हाईअलर्ट पर है। यहां पर आज सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद है, लेकिन समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए सपा के नेताओं को हाउस अरेस्ट पर रखा गया।

इसके साथ ही बिजनौर, कौशांबी, मेरठ, बदायूं, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, सीतापुर व प्रयागराज में भी समाजवादी पार्टी के नेताओं पर पुलिस की नजर है। मेरठ में पुलिस ने सपा जिलाध्यक्षा राशिद हुसैन के आवास को घेरा है। सपा की किसान यात्रा को लेकर यहां पुलिस की घेराबंदी है।


कौशाम्बी में पुलिस ने सपा लोहिया वाहिनी प्रदेश अध्यक्ष राम करन निर्मल के साथ समाजवादी जिलाध्यक्ष को भी घर से गिरफ्तार किया है। इनके साथ पार्टी के कई कई सपा नेता-कार्यकर्ता गिरफ्तार हैं। मुजफ्फरनगर में पुलिस ने सपा नेता चौधरी रूद्र सेन को नजरबंद करने के साथ यहां के नगर पंचायत कार्यालय को भी घेरा है। बदायू में पुलिस ने सपा नेताओं को नजरबंद किया है जबकि पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के आवास को भी सील किया गया है। लखीमपुर खीरी में सपा किसान यात्रा से पहले पुलिस ने नेताओं को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही सदर, पलिया व गोला इलाके में कई नेता को नजरबंद किया गया है। मेरठ में विधायक रफीक अंसारी को नजरबंद किसान यात्रा से पहले विधायक नजरबंद किया गया है। उनके घर के बाहर तथा अंदर पुलिस तैनात है। बिजनौर के धामपुर में पूर्व राज्य मंत्री मूलचंद चौहान के कार्यालय तथा गांव में पुलिस तैनात है। यहां पुलिस ने सपा विधायक हाजी नईमुल हसन के आवास को घेर लिया है। 


किसान आंदोलन को लेकर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और अन्य दलों ने भी सड़कों पर उतरकर केंद्र सरकार की घेराबंदी आरंभ कर दी है। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता सोमवार से अपने क्षेत्रों में किसानों की आय बढ़ाओ और खेती किसानी बचाओ नारे के साथ किसान यात्राएं निकलेंगे। इनको कन्नौज से अखिलेश यादव को रवाना करना है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज की ठठिया मंडी से तिर्वा के किसान बाजार तक 13 किलोमीटर की यात्रा ट्रैक्टर से करेंगे। ठठिया में 60 एकड़ में आलू की मंडी सपा शासनकाल में बनायी गई थी, जिसे भाजपा सरकार ने रोक दिया है। चौधरी ने कहा कि सपा कार्यकर्ता हर जिले में साइकिल पर सवार होकर सरकार की कुनीतियों का प्रचार करने के साथ ही समाजवादी उपलब्धियों की जानकारी देने के लिए गांव-गांव जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब तो भाजपा की विदाई तक समाजवादी कार्यकर्ता सरकार को घेरने में कोई ढिलाई नहीं बरतेंगे।


इनके साथ ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कार्यकर्ता भी 24 दिसंबर से गांव-गांव संपर्क यात्रा पर निकलेंगे। पार्टी के प्रवक्ता दीपक मिश्रा ने बताया कि सोमवार को जिला केंद्रों पर प्रदर्शन किया जाएगा और किसानों के समर्थन में ज्ञापन सौंपे आएंगे। मिश्रा ने कृषि विधेयक वापस लेने की मांग की। 

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