लापरवाही करने वाले पांच तहसीलदारों से किया गया जवाब तलब
बाराबंकी। सरयू में आई बाढ़ से प्रभावित करीब 3,880 लोगों को मुआवजा नहीं मिला सका है। तर्क दिया जा रहा है कि इनके अभिलेख सही न होने की वजह से खातों में पैसा नहीं भेजा जा सका। शासन द्वारा जवाब तलब किए जाने के बाद अपर जिलाधिकारी ने बुधवार को सभी तहसीलदारों के साथ बैठक की। जिसमें पांच तहसीलदारों की लापरवाही उजागर होने पर इनसे जवाब मांगा गया है।
अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि बीते पिछले दो वर्षों में करीब 3,880 बाढ़ पीड़ित ऐसे पाए गए हैं जिनके खाते में मुआवजे का पैसा नहीं पहुंचा। जांच में यह भी पाया गया कि इनके अभिलेख सही नहीं थे। पीड़ितों को लाभ दिलाने में पांच तहसीलों के तहसीलदारों द्वारा अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया गया। बताया कि सिरौलीगौसपुर तहसील को छोड़कर जिले की अन्य पांच तहसीलों के तहसीलदारों से इस मामले में जवाब तलब किया गया है संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विधिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
इस वर्ष बाढ़ पीड़ितों को बांटे आठ करोड़ रुपये।
एडीएम ने बताया कि इस वर्ष करीब 18,022 किसानों को फसल नुकसान होने पर उन्हें छह करोड़ 98 लाख 26,615 रुपये, 20,909 लोगों को खाद्यान्न पर 66 लाख 50153 रुपये, पक्के 15 मकान बह जाने पर 18 लाख रुपये, कच्चा एक मकान नदी में समा जाने पर एक लाख 20 हजार रुपये, 67 झोपड़ी बाढ़ में बह जाने पर पीड़ितों को पांच लाख 36 हजार रुपये दिया गया है। इस प्रकार अब तक करीब आठ करोड़ रुपये का वितरण किया जा चुका है।
Answer sought from careless five #tehsildars,
#Barabanki News: