Garm Panchayat : नियुक्त प्रशासक और ग्राम पंचायत सचिवों को 8 करोड़ के घोटाले में जारी हुआ था नोटिस,❓

  

पंचायत निधि से करोड़ों के गोलमाल में नोटिस जारी कर ठंडे बस्ते में हैं कारवाई ❓

8 करोड़ के घोटाले में जांच में दोषी पाये जाने पर नियुक्त प्रशासक और सचिवों को जारी हुआ था नोटिस, 

6AM_Lucknow : Published by, Ravindra yadav Lucknow, 07, Apr, 2023 : Fri , 08:20 PM, IST


बीते त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान गंगोह ब्लॉक में नियुक्त किए गए प्रशासक और 14 ग्राम पंचायत सचिवों को जनवरी के शुरूआत में अंतिम नोटिस भेजा गया था। 


ग्राम पंचायतों में विकास कार्य के नाम पर किये करोड़ों के घोटाले। 

सहारनपुर;  ग्राम प्रधान का दायित्व गांव में विकास कार्य कराकर गली-मोहल्ले की तस्वीर बदलने के लिए होता है, इसमें ग्राम पंचायत सचिव की भूमिका भी अहम होती है. लेकिन अक्सर देखने में आता है कि पंचायत सचिव सरकार द्वारा दी गयी पंचायत निधि में गोलमाल कर गांव की जनता को दिखाए गए सपनो को पलीता लगा देते हैं। इसी तरह मामला जनपद सहारनपुर के गांगोह ब्लॉक में देखने में आया है। 

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान गंगोह ब्लॉक में नियुक्त किए गए प्रशासक और 14 ग्राम पंचायत सचिवों को अंतिम नोटिस भेजा गया है. इन्होंने ग्राम पंचायत में अनियमितता के तहत विकास कार्य किये हैं. इन ग्राम पंचायत सचिवों पर पंचायत निधि के करीब आठ करोड़ रुपये का गलत तरीके से खर्च करने का आरोप है। 

शिकायत मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने इन सभी को नोटिस भेजा था। 

शिकायत के बाद मण्डलायुक्त के निर्देश पर जांच हुई, जिसमे अनियमितता के आरोप सही पाए गए हैं।

प्रशासक व 14 ग्राम पंचायत सचिवों को नोटिस

जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक शर्मा ने बताया कि गंगोह ब्लॉक में नियुक्त किए गए प्रशासक के कार्यकाल में ग्राम पंचायतों में अनियमितता के तहत विकास कार्य किये जाने की शिकायत मिली थी. जिसकी विभाग द्वारा जांच की गई. जांच में पाया गया कि ग्राम पंचायत सचिवों ने अनियमितता बरतते हुए गांवों में विकास कार्यों पर आठ करोड़ रुपये खर्च दिखाया है। जो वास्तविकता से कहीं अधिक है। 

काम के मुकाबले ज्यादा पैसे खर्च उन्होंने बताया कि मण्डलायुक्त के निर्देश पर उक्त शिकायत में मामले की जांच की गई थी. जिला पंचायत राज अधिकार ने बताया कि पंचायत सचिवों पर कार्य से अधिक पैसा खर्च किए जाने का आरोप लगा था. इस मामले में पहले भी तत्कालीन प्रशासक और 14 ग्राम पंचायत सचिवों को नोटिस भेजा गया था। 

लेकिन उनकी ओर से जवाब न मिलने पर अब विभाग द्वारा सभी को अंतिम नोटिस भेजा गया है। उन्होंने बताया कि यदि अब भी संबंधित अधिकारियों ने जवाब नहीं दिया, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्पष्टीकरण नहीं दिया तो होगी कार्रवाई। 

जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक शर्मा ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान जब प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हो गया था तो प्रत्येक विकास खण्ड में ब्लॉक् स्तर पर एडीओ को प्रशासक नियुक्त किया गया था।

उन्होंने बताया कि विकास खंड गंगोह के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्यो में अनियमितता किये जाने की शिकायत मण्डलायुक्त कार्यालय में आयी थी। शिकयत में प्रशासक व ग्राम पंचायत सचिवों पर विकास कार्यो में भ्र्ष्टाचार के आरोप लगे। 


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