जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के समक्ष फिर नतमस्तक होगा अखिलेश का समाजवाद..... ❓
जन्नेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के आगे नतमस्तक अखिलेश ले सकते हैं मौर्य के खिलाफ बड़ा एक्शन,
6AM : Published by, Ravindra yadav Lucknow, 24, Jan , 2023 : Tue, 01:18 AM, IST
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाज के एक बड़े तबके का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता है।
मनोज पांडेय विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक ने रामचरित मानस की बातों का समर्थन करते हुए मौर्य के विरोध में जन्नेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के नेताओं के साथ अखिलेश से करेंगे मुलाकात।
लखनऊ : सूत्रों के अनुसार समाजवादी पार्टी के पिछड़े वर्ग के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी के कारण अखिलेश बेहद नाराज हैं। जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के आगे नतमस्तक अखिलेश ले सकते हैं स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ बड़ा एक्शन, मनुवादियों को खुश एवं जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट का वर्चस्व कायम रखने के लिए कुछ भी कर सकते हैं अखिलेश।
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बाद अब समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया है। मौर्य ने तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर यह कहते हुए पाबंदी लगाने की मांग की है कि उनसे समाज के एक बड़े तबके का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता है, इसके लिए अखिलेश यादव बेहद नाराज हैं।
क्या जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के समक्ष फिर नतमस्तक होगा समाजवाद।
सूत्रों के अनुसार जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट स्वामी प्रसाद मौर्य की आड़ में एक बार फिर से समाजवादियों पर अपना वर्चस्व साबित करने में लग गया है।
अखिलेश यादव भी ब्राह्मण समाज के चंद नेताओं को खुश करने के लिए पिछड़े वर्ग के मौर्य का भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लोटन राम निषाद जैसा कर सकते है हश्र् ।
जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के ब्राह्मण नेताओं और विधायकों द्वारा फोन पर अखिलेश यादव को भविष्य में ब्राह्मण समाज की नाराजगी भारी पड़ने सकने की बात कही जा रही है। पिछड़े वर्ग के एमएलसी मौर्य का रामचरितमानस पर विवादित बयान से पार्टी के अंदर जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों में भारी असंतोष है।
जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के दबाव में अखिलेश ले सकते हैं बड़ा एक्शन।
मिश्रा ट्रस्ट के इशारे पर अखिलेश यादव ने मीडिया सेल को स्वामी मौर्य के बयान पर बोलने से लगाया रोक। सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर प्रेस कांफ्रेंस कर मौर्य के बयान पर बड़ा और कठोर फैसला ले सकते हैं।
वहीं सपा नेता ऋचा सिंह जैसे छोटे नेताओं ने भी अपनी सामंतवादी विचारधारा से प्रेरित होकर लोहिया जी के समाजवाद पर भी सवाल उठाते हुए, ऋचा सिंह ने कहा, "छद्म समाजवादी स्वामी प्रसाद मौर्य को लोहिया जी के समाजवाद को पढ़ना चाहिए जो समाजवाद और श्रीराम में सामंजस्य देखते हैं. साथ ही इस बात का भी स्पष्टीकरण देना चाहिए अभी तक अपनी बेटी को उन्होंने समाजवाद रास्ता क्यों नहीं दिखाया या वो भी अवसर आने पर."
दूसरी ओर 2024 चुनाव के मद्देनजर पार्टी का मानना है कि ये समाजवाद से ज्यादा मनुवाद पार्टी के लिए ठीक है।
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