UP Irrigation Department : हर खेत को पानी पहुंचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता । डॉ महेंद्र सिंह
#6AM_NEWS_TIMES डेली न्यूज़ पेपर #लखनऊ_से_प्रकाशित। 06 :10 : 2020
जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह
लखनऊ। सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह ने 06 संगठनों के मुख्य अभियन्तओं को निर्देश दिये हैं कि टेल फीडिंग तथा पानी की कमी वाले क्षेत्रों को अन्य जलस्रोतों अथवा स्थानीय नदी से जलापूर्ति किये जाने सम्बन्धी प्रस्ताव 15 दिन के अन्दर प्रस्तुत करने का निर्देश। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी नहरों की सौ फीसदी सिल्ट सफाई करके रिकार्ड बनायें एवं ड्यूटी से अनुपस्थित कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर बर्खास्तगी की कार्यवाही करें।
विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि सिंचाई विभाग को देश का नम्बर एक विभाग बनाने के लिए अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से पालन करें । जलशक्ति मंत्री आज यहां तेलीबाग स्थित कमाण्ड सेन्टर , राम मनोहर लोहिया परिकल्प भवन में सिंचाई विभाग की विभिन्न योजनाओं तथा 06 मुख्य अभियन्ता संगठनों के कार्य - कलापों की समीक्षा कर रहे थे ।
उन्होंने कहा कि नहरों को रोस्टर के अलावा अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए संचालित करें । जिससे किसानों को रबी की बुवाई के लिए पर्याप्त पानी सुलभ हो। डॉ सिंह ने कहा कि गत वर्ष नहर सफाई अभियान के दौरान लगभग 47 हजार किमी नहरों की सफाई की गयी थी । जिसके कारण कुछ क्षेत्रों में जहां पिछले 35 से 40 वर्षों तक पानी टेल तक नहीं पहुंचा था , वहां पानी पहुंचाया गया जिसकी लगभग 250 सांसदों एवं विधायकों ने सराहना की। उन्होंने कहा कि नहर के सफाई अभियान के लिए सभी विधायको एवं सांसदो को पत्र लिखकर उनसे उनके क्षेत्रों की नहरों एवं पुल - पुलिया आदि की सूची मंगायी गयी है । उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी , मुख्य विकास अधिकारी एमपी , एमएलए तथा मीडिया कर्मियों से सफाई अभियान का शुभारम्भ कराया जायेगा। इसके साथ ही सफाई कार्य की फोटोग्राफी , वीडियोग्राफी तथा जियो - टैगिंग करायी जायेगी। इसके अलावा ग्राम प्रधानों तथा जन - मानस से सुझाव भी आमन्त्रित किये जायेंगे । जलशक्ति मंत्री ने 06 मुख्य अभियन्ताओं - शारदा सहायक , रामगंगा , यमुना , गंगा , बेतवा तथा शारदा द्वारा प्रस्तुत किए गए। उन्होंने मुख्य अभियन्ताओं को अपने - अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण , निरीक्षण करके नहरों की स्थिति का अवलोकन , कर्मियों की उपस्थिति तथा अतिक्रमण , पुल - पुलियों की मरम्मत तथा गेटों की स्थितिकी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए ।
डॉ महेन्द्र सिंह ने कहा कि बाराबंकी , बहराइच की सीमा पर स्थित नहरों की स्थिति ठीक नहीं है । पतरौल , जिलेदार , सींचपाल तथा जे ई अपने दायित्वों का ठीक से निवर्हन नहीं कर रहे हैं । सम्बन्धित मुख्य अभियन्ता इस पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित कि जाए। उन्होंने कहा कि बैराजों, नहरों आदि के पुराने गेटो की मरम्मत करायी जाये तथा रेगुलेटर पर जलनिकासी का अनुश्रवण किया जाये । उन्होंने रायबरेली, आगरा, मथुरा जनपदों से प्राप्त शिकायतो का संज्ञान लेते हुए कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी सुलभ कराया जाये । इसके साथ ही तालाबों को भरने के लिए गंगा नदी का पानी उपयोग में लाया जाये । जलशक्ति मंत्री ने कहा कि अभियन्ता अपनी अधिकतम् क्षमता का उपयोग नहर प्रणाली की गतिविधियों में और सुधार लाने के लिए हर सम्भव प्रयास करें ताकि इसका लाभ प्रदेश की आम जनता को मिल सके । उन्होनें कहा कि देश के प्रधानमंत्री मा नरेन्द्र मोदी जी एवं यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी प्रदेश के हर खेत को पानी पहुंचाने के लिए कटिबद्ध हैं । किसानों को सिंचाई की भरपूर सुविधा देकर उनकी आमदनी दोगुना करना चाहते हैं । इस दिशा में सिंचाई विभाग की बड़ी भूमिका हैं सिंचाई विभाग के अभियन्ता अपने दायित्व को समझे और जहां पानी की आवश्यकता हो वहां तक पानी हर हाल में पहुचाना सुनिश्चित करें । इसके साथ ही नहर प्रणाली की मरम्मत साफ - सफाई एवं नियमित निगरानी पर विशेष ध्यान दें ।
अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जलसंसाधन श्री टी वेंकटेश ने मा जलशक्ति मंत्री को आश्वस्त किया कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष नहरों की सफाई और बेहतर और सुव्यवस्थित ढंग से करायी जायेगी । इसके लिए कारगर रणनीति बनायी जा रही हैं। सचिव सिंचाई एवं जलसंसाधन , श्री अनिल गर्ग ने टेल तक पानी पहुंचाने के लिएदिये गये प्रस्तुतीकरण पर ठोस सुझाव एवं निर्देश दिये ।
प्रमुख अभियन्ता परियोजना श्री वी के निरंजन ने भी प्रस्ताव के बारे में जानकारी दी । इस समीक्षा बैठक में विशेष सिंचाई एवं जलसंसाधन , सुश्री प्रियंका निरंजन व मुश्ताक अहमद , विभागाध्यक्ष एवं प्रमुख अभियन्ता सिंचाई , श्री आर के सिंह व प्रमुख अभियन्ता ए के सिंह , मुख्य अभियन्ता आई. एस.ओ , श्री नवीन कपूर के अलावा मुख्य अभियन्ता शारदा सहायक , रामगंगा , यमुना , गंगा , बेतवा तथा शारदा सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे ।