एक और लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों एंटी करप्शन टीम ने दबोचा
ग्रामीण क्षेत्रों में लेखपालों की मनमानी और रिश्वतखोरी समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है
6AM NEWS TIMES, Published by : Ravindra yadav, Updated : Wed, 30, April, 2025, 12:52 PM IST
लेखपाल वेद प्रकाश वर्मा की जड़ें प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बेहद गहराई तक जुड़ी हुई है और इसी जोड़ जुगाड़ के बल पर उप चुनाव के बाद वह पुनः मिल्कीपुर तहसील में स्थानांतरित हो गया।
योगी सरकार में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए एंटी करप्शन टीम ने अब तक सैकड़ो की संख्या में भ्रष्टाचारियों को रंगे हाथों किया गिरफ्तार फिर भी नहीं खत्म हो रही है ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का बाजार।
किसान से वरासत की रिपोर्ट बनाने के नाम पर मांगी थी 10 हजार रुपये की रिश्वत
अयोध्या : एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को मिल्कीपुर तहसील के लेखपाल संघ भवन के गेट के पास से लेखपाल वेद प्रकाश वर्मा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान लेखपाल ने भागने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाया। इसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ। आरोपी तहसील के कंदईकला, कीन्हूपुर समेत कई ग्राम पंचायतों का लेखपाल था।
मामले में धौरहरा मुकुंदहा गांव के मजरे बोड़ेपुर गांव निवासी किसान राम उजागिर ने एंटी करप्शन टीम में शिकायत दर्ज कराई। उसका आरोप था कि लेखपाल वेद प्रकाश वर्मा उनकी प्रॉपर्टी की वरासत की रिपोर्ट तैयार करने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है।
पैसे देने में असमर्थता जताने पर लेखपाल ने रिपोर्ट को अटका रखा था। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक अनिल सिंह, प्रमोद शुक्ला व सुनील कुमार ने जाल बिछाते हुए किसान को मंगलवार को लेखपाल को पैसा देने के लिए कहा। जब लेखपाल तहसील परिसर में स्थित लेखपाल संघ भवन के गेट के पास शाम चार बजे पहुंचा व रिश्वत की रकम ली, तुरंत ही एंटी करप्शन की टीम ने उसे पकड़ लिया।
रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद लेखपाल ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। इसके बाद टीम लेखपाल को अपने वाहन में बैठाकर अयोध्या की ओर रवाना हो गई। इस दौरान तहसील परिसर में मौजूद कर्मचारियों, अधिवक्ताओं और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई।
घटना के दौरान कुछ लोगों ने लेखपाल को पकड़े जाने और ले जाने का वीडियो बनाया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस संबंध में जब मिल्कीपुर के उप जिलाधिकारी सुधीर कुमार से संपर्क किया गया, तो उन्होंने मीटिंग में व्यस्त होने का हवाला देते हुए कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया। वहीं एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक प्रमोद शुक्ला ने बताया कि आरोपी लेखपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के बाद उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।
लेखपाल वेद प्रकाश वर्मा का स्थानांतरण मिल्कीपुर उपचुनाव के पूर्व अन्य तहसील में हुआ था। चुनावी प्रक्रिया समाप्त होते ही जोड़ जुगाड़ के बल पर वह पुनः मिल्कीपुर तहसील में स्थानांतरित हो गया। इसके पास लेखपाल क्षेत्र कंदई कला सहित कोटडीह, धौरहरा मुकुंदहा, सोनहर छेदी गांव का चार्ज भी था।