लालगंज कोतवाली परिसर में सिपाही आशुतोष यादव की गोली लगने संदिग्ध मौत, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप।
गाजीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के खरौना गांव निवासी वर्ष 2018 बैच के सिपाही आशुतोष यादव पखवारे भर पहले छुट्टी लेकर अपने घर गए।
17 सितंबर को वह पैतृक गांव से लौटे थे। वह लालगंज कोतवाल के हमराही ड्यूटी में तैनात थे। कोतवाल के साथ फील्ड से लौटने के बाद वह बैरक में चले गए थे। लालगंज कोतवाली में बैरक दो मंजिला बनी है।
दोपहर बाद बैरक में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। पुलिस कर्मी भागकर मौके पर पहुंचे तो देखा कि सिपाही आशुतोष खून से लथपथ सीढ़ी पर लुढ़के हुए हैं। पहली नजर में पुलिस अफसर सिपाही के एक-े47 से गोली मारकर खुदकुशी करने की बात कह रहे हैं।
प्रतापगढ़ के लालगंज कोतवाली में तैनात सिपाही की संदिग्ध हालात में मौत से सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि वह अपनी सरकारी कारबाइन से खुद को गोली मारकर आत्महत्या किया है।
सिपाही ने क्यों आत्महत्या की या फिर घटना कुछ और है, पुलिस अधीक्षक व पुलिस के आला अधिकारी इसकी पड़ताल में जुटे हैं।
सिपाही को मृत अवस्था में देख कोतवाली में हडकंप मच गया। घटना सूचना मिलने पर आनन फानन में सीओ जगमोहन यादव और कोतवाल व दारोगा सिपाही बैरिक पहुंचे। घटना की जानकारी होते ही एसपी अनुराग आर्य भी मौके पर पहुंचे। इसके पहले अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी दिनेश द्विवेदी भी मौके पर पहुंचे।
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