UP Crime : लखनऊ के बेखौफ अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अनंत राम यादव की हत्या..... ,

 

लखनऊ के बेखौफ अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अनंत राम यादव की हत्या,

पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत तीन को लगी गोली।

6एएम न्यूज नेटवर्क , Published by : रविन्द्र यादव Updated Sat , 14, Apr, 2024, 08:20 AM IST



6 एएम न्यूज नेटवर्क 

लखनऊ में काकोरी के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार रात तिलक समारोह में वर्चस्व और रंजिश में एक प्रॉपर्टी डीलर और उसके साथियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। ब्लॉक प्रमुख समेत चार लोगों को गोलियां लगीं।


लखनऊ में काकोरी के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार रात तिलक समारोह में वर्चस्व और रंजिश में एक प्रॉपर्टी डीलर और उसके साथियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। ब्लॉक प्रमुख समेत चार लोगों को गोलियां लगीं। जिसमें से उनके एक साथी की मौत हो गई। ब्लॉक प्रमुख की हालत गंभीर है। निजी अस्पताल में इलाज जारी है। अन्य दो की हालत खतरे से बाहर है। वारदात को अंजाम देने के हमलावर भाग निकले। पुलिस की पांच टीमें उनकी तलाश में लगाई गई हैं।


तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार को राम कुमार लोधी बेटे संदीप का तिलक समारोह था। समारोह में भाजपा के पूर्व ब्लाॅक प्रमुख राम विलास रावत भी मौजूद थे। उनके साथ गांव के ही अनंत राम यादव उर्फ अमित (60), उनके भाई जयकरण यादव व अमित उर्फ छोटू भी थे। रात करीब साढ़े नौ बजे वह समारोह स्थल से जैसे ही बाहर निकलने लगे तभी गांव के ही मोनू रावत, उसका भाई अखिलेश, रिंकू लोधी, बबलू लोधी, ज्ञानी लोधी और श्रीकृष्ण रावत आए और गाली गलौज करते हुए ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगें।


राम विलास, जयकरण, अनंत राम और छोटू को गोलियां लगीं। आनन-फानन में उनको अस्पताल पहुंचाया। जहां अनंत राम की मौत हो गई। राम विलास की हालत बेहद गंभीर है। उनके पेट व कमर में गोलियां लगी हैं। वहीं अनंत को भी दो गोलियां लगने की बात सामने आई है। जिसमें से एक गोली गर्दन में लगी हैं।


एक सिर को छूते हुए निकली गोली

मृतक अनंत राम के भाई जयकरण के सिर में बाएं तरफ गोली छूते हुए निकल गई। वह बाल बाल बच गए। वहीं घायल छोटू के हाथ में गोली लगी। प्राथमिक उपचार के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। मृतक अनंत के परिवार में उनकी पत्नी दयावती, तीन बेटे रंजीत, फूलचंद, रामबाबू व बेटी कोमल है। वह किसानी करते थे।


इस तरह पुरानी दोस्ती बदल गई दुश्मनी में। 

राम विलास की पत्नी प्रधान रह चुकी हैं। पहले राम विलास और मोनू एक साथ रहते थे। पंचायत चुनाव में मोनू ने दूसरे प्रत्याशी का समर्थन किया। जिसके बाद से दोनों बीच दुश्मनी पनपने लगी थी। कुछ वक्त पहले मोनू के भाई पर दुष्कर्म का एक केस दर्ज कराया था। इस प्रकरण में राम विलास पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे थे। इस वजह से मोनू उनसे खुन्नस रखने लगा था।


मोनू क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम कर ना चाहता है। यही सभी वजहें वारदात का कारण बनीं। मोनू रावत खुद को केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर का पीए और रिश्तेदार बता कर लोगों को धौंस दिखाता है।


केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने बताया कि मोनू उनका रिश्तेदार नहीं है और न ही कभी प्रतिनिधि रहा। उनके प्रतिनिधि प्रवीन अवस्थी हैं। हां मोनू उनके यहां आता-जाता था, लेकिन कई माह पहले उसे भगा दिया गया था।

घटनास्थल से एक तमंचा बरामद हुआ है। कई खोखे व कारतूस बरामद हुए हैं। फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। आरोपियों की तलाश जारी है। - दुर्गेश कुमार, डीसीपी पश्चिम


खुद को केंद्रीय मंत्री का रिश्तेदार बताता था ।

वहीं, रामफल की तहरीर पर हत्या, जानलेवा हमला समेत अन्य धाराओं में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उधर, ग्रामीणों के मुताबिक आरोपित मोनू रावत खुद को केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का रिश्तेदार और उनका प्रतिनिधि बताकर पूरे गांव में रौब झाड़ता था। 

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने बताया कि मोनू उनका रिश्तेदार नहीं है और न ही कभी प्रतिनिधि रहा। उनके प्रतिनिधि प्रवीन अवस्थी हैं। हां मोनू उनके यहां आता-जाता था, लेकिन कई माह पहले उसे भगा दिया गया था।


Lucknow News,

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