PM आवास योजना भ्रष्टाचार के मामले में जांच।
प्रधान से लेकर सचिव, एडीओ, बीडीओ तक बेचैनी के साथ छाई खामोशी।
6 एएम न्यूज टाइम्स ब्यूरो, Published by, रविन्द्र यादव 9415461079, Updated 16, Jun, 2023 : Fri, 11:26 AM, IST
पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार के मामले में डूडा विभाग की ओर से जांच पूरी कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई है। जिसमें बताया गया है कि योजना का पात्र बनने के लिए लाभार्थियों ने दूसरे के कच्चे मकान और प्लाट के बाहर खड़े होकर फोटो खिंचवाया है।
जिलाधिकारी को सौंपी गई जांच रिपोर्ट।।
रिपोर्टों में साफ तौर बताया गया है। कि मीडिया द्वारा की गई शिकायत और दी गई जानकारियों के साथ दस्तावेजों के आधार पर जांच करने पर कई जगहों पर योजना का पात्र बनने के लिए लाभार्थियों ने दूसरे के कच्चे मकान और प्लाट के बाहर खड़े होकर फोटो खिंचवाया है।
योजना के तहत मिले रुपयों से लाभार्थियों ने निर्माण कार्य दूसरी जगह अपने मकान में किया है।
पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार के मामले में डूडा विभाग की जांच से प्रधान से लेकर सचिव, एडीओ, बीडीओ तक बेचैनी के साथ खामोशी छाई हुई है।
जिलाधिकारी को सौंपी गई रिपोर्ट जिसमें बताया गया है कि योजना का पात्र बनने के लिए लाभार्थियों ने दूसरे के कच्चे मकान और प्लाट के बाहर खड़े होकर फोटो खिंचवाया है।
पहले विभागीय अधिकारियों द्वारा आपात्रों को बचाने का प्रयास किया गया था।
इसके फोटोग्राफ भी जिलाधिकारी को भेजे गए हैं। अब विभागीय अधिकारियों का कहना है कि संभव है कि ऐसा आवेदन रद हो जाने के डर से किया गया हो। उनको आवेदन करने के वक्त योजना की पूरी जानकारी न रही हो।
लचीले नियम की आड़ में भ्रष्टाचारियों ने उड़ाई कानून की धज्जियाँ।
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभार्थी बनने के लिए नियम लचीले हैं, जिसकी आड़ में भ्रष्टाचार हो रहा है। दरअसल, अधिकारियों का दावा है कि पात्रता बनने के लिए यह भी जरूरी नहीं है कि संबंधित व्यक्ति के पास अपने नाम से जमीन से संबंधित दस्तावेज हों।
इसके साथ ही व्यस्क हो चुका व्यक्ति चाहे वह अविवाहित ही क्यों न हो, उसे योजना का लाभार्थी बनाया जा सकता है। जिन लोगों ने दूसरों के प्लाट और कच्चे मकान के बाहर फोटो खिंचवाए हैं, उन्होंने अपनी व परिवार की जमीन पर निर्माण कार्य होना बताया है।
दावा किया है कि जिस हिस्से पर निर्माण कार्य हुआ है, अब वह उनका है। वहीं सूत्रों का दावा है कि जिस मकान में निर्माण कार्य होना बताया गया है वह पहले ही निर्मित थे, इसी वजह से पहली फोटो उन मकानों की नहीं लगाई गई थी। भ्रष्टाचार छिपाने के लिए मरम्मत का कार्य कराया गया है।
एक ही परिवार के दो-दो लोगों को मिला लाभ।
यूं तो पीएम आवास योजना का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में जरूरतमंद अब भी परेशान होकर घूम रहे हैं। उनको आस है कि एक दिन योजना का लाभ मिलेगा, जिसके बाद उनके पास भी छत होगी।
वहीं, कुछ ऐसे भी मामले हैं कि एक ही परिवार के दो-दो लोगों को लाभार्थी बना दिया गया है। इनमें अंजू / सुरेंद्र, विन्नो / राम अधार, कमली / ईश्वर जैसे कई परिवारों के नाम शामिल हैं।
कई मामलों में पिता और पुत्री को अलग-अलग लाभार्थी बना दिया गया है। इसके अलावा बिजेंद्र और सचिन भी एक ही परिवार के सदस्य हैं, दोनों के बीच पिता-पुत्र का रिश्ता है। यानी की एक मकान में ही निर्माण कार्य के लिए पांच लाख रुपये तक लाभार्थियों को दिए गए हैं।
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