UP Gram Panchayat; अमेठी में सात ब्लॉकों में गड़बड़ी की बात सामने आई।


भ्रष्टाचार की गिरफ्त में गांव की सरकार❓

अमेठी बड़े पैमाने पर सरकारी खजाने का हुआ बंदरबांट : 17 अधिकारी कार्रवाई की चपेट में, 

#6AM_Lucknow : Published by, Ravindra yadav Lucknow, 30, Mar, 2023 : Thu , 06:28 PM, IST

अमेठी डीएम ने संबंधित विभाग को लिखा पत्र

अमेठी में बड़े पैमाने पर सरकारी धन का हुआ बंदरबांट:17 अधिकारी कार्रवाई की जद में, डीएम ने संबंधित विभाग को लिखा पत्र

अमेठी में भ्रष्टाचार के मामले परत दर परत खुलते जा रहे हैं। मनमाने तरीके से सरकारी धन का बंदरबांट करने के मामले में जिले के अलग-अलग ब्लॉकों में तैनात रहे 17 अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। 

लंबे समय तक चली जांच-पड़ताल में गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद के बाद डीएम ने निदेशक पंचायतीराज और प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास को पत्र भेजकर कार्रवाई की संस्तुति की है।

अमेठी ब्लॉक के गांव पूरे प्रेम के रहने वाले अवधेश मिश्र बेलौरा ने कई महीने पहले ब्लॉकों के तकनीकी और प्रशासनिक मद में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता अवधेश ने कई ब्लॉकों में इस खाते का एकल संचालन कर एडीओ पंचायत तो कई में बीडीओ और एडीओ की मिलीभगत से करोड़ों रुपए के हेरफेर का दावा किया था।

शिकायत के बाद डीएम राकेश कुमार मिश्र ने बीएसए संगीता सिंह और सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी माध्यमिक आशुतोष मिश्र की दो सदस्यीय जांच टीम गठित कर आरोपों की जांच करने और रिपोर्ट देने को कहा। 

जांच टीम ने सभी ब्लॉकों में जांच शुरू की तो सात ब्लॉकों में पहली ही नजर में गड़बड़ी की बात सामने आई। जांच को पूरा किया जा सके इसके लिए टीम ने सभी सात ब्लॉकों तिलोई, जगदीशपुर, भादर, सिंहपुर, जामो, मुसाफिरखाना व अमेठी के बीडीओ से इन खातों से खर्च की गई राशि का ब्यौरा मांगा।


कई बार मांगने पर नहीं दिया विवरण। 

जांच टीम की ओर से कई बार की गई मांग के बावजूद तिलोई, जगदीशपुर व भादर के अफसरों ने विवरण नहीं दिया। ऐसे में टीम ने बाकी बचे चार ब्लॉकों में गहन परीक्षण किया तो अफसरों द्वारा सिंहपुर में 9,30,093, मुसाफिरखाना में 3,32,250, जामो में 4,96,750 व अमेठी में 2.85 लाख रुपए कुल 20,44,073 रुपए मनमाने तरीके से खर्च किए जाने की पुष्टि हुई। 

जांच पूरी होने के बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट 17 नवंबर 2022 को डीपीआरओ कार्यालय को दी। जांच के दौरान टीम ने सिंहपुर, मुसाफिरखाना, अमेठी और जामो के बीडीओ समेत सभी ब्लॉकों में तैनात रहे 13 एडीओ को दोषी ठहराया था।

इन अफसरों पर कार्रवाई की संस्तुति। 

डीएम की ओर से जिन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है उनमें सिंहपुर के बीडीओ रहे आरडी गौतम, मुसाफिरखाना के बीडीओ रहे विनय कुमार द्विवेदी, अमेठी के बीडीओ रहे शरद कुमार श्रीवास्तव व जामो के बीडीओ रहे चंद्र प्रकाश उपाध्याय शामिल है। ये सभी बीडीओ मौजूदा समय दूसरे जिलों में तैनात हैं। 

इसी तरह जिन 13 एडीओ पंचायत पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है उनमें एडीओ पंचायत सुरेंद्र प्रताप सिंह, राम मिलन, शीतला प्रसाद त्रिपाठी, सर्वेश कुमार शर्मा, सर्वेंद्र सिंह चौहान, रामराज, मुकेश कुमार, राकेश कुमार द्विवेदी, प्रेमनाथ, त्रियुगी नाथ यादव, नंदलाल मिश्र, शोभनाथ सिंह व संतोष शुक्ल शामिल हैं।

पांच हो चुके हैं सेवानिवृत्त। 

जिन 13 एडीओ पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है उनमें भादर में एडीओ रहे त्रियुगी नाथ यादव की मृत्यु हो चुकी है। साथ ही भादर में एडीओ रहे प्रेमनाथ, नंदलाल मिश्र, शोभनाथ सिंह तथा तिलोई में रहे राम मिलन और मुसाफिरखाना में रहे रामराज अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। 

इसी तरह संतोष शुक्ल अब प्रतापगढ़ तो सर्वेंद्र सिंह चौहान मौजूदा समय रायबरेली में पोस्ट हैं। वहीं, डीएम राकेश मिश्रा ने कहा टीम की जांच में 17 अधिकारी दोषी मिले थे। सभी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति संबंधित विभागों को भेज दी गई है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने