RTI, Mnrega Scam 2 दिन की छुट्टी और DDO Tiwari मिले जेल में क्युं और कैसे जानें विस्तार से

 

2 दिन की छुट्टी और मनरेगा घोटाले के आरोपी, DDO Tiwari, मिले जेल में क्युं और कैसे जानें विस्तार से 

6am On way : Edited by लखनऊ रविंद्र यादव 9415461079 03/Mar/2022 : Thu. 08:12 AM


6AM On way लखनऊ : जिला मेरठ दिग्विजय नाथ तिवारी जिला विकास अधिकारी (DDO) 18 फरवरी को 2 दिन की छुट्टी लेकर गए, लेकिन फिर नहीं लौटे।

 

जानकारी के मुताबिक, दिग्विजय को मनरेगा घोटाले में CBI ने 10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया। दरअसल, 18 फरवरी को उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को चिट्ठी लिखकर 2 दिन की छुट्टी स्वीकृत कराई थी। छुट्टी बीत जाने के बाद भी दिग्विजय नौकरी पर नहीं लौटे। बुधवार को अधिकारियों को पता चला कि वो लखनऊ जेल में बंद हैं। बता दें कि संत कबीर नगर में बीडीओ पद पर तैनात रहे तिवारी के खिलाफ मनरेगा मामले में आरोप लगे थे जिसकी जांच चल रही है।

18 फरवरी से थे लापता अब नया पता जेल का। 

करीब 8 दिन बाद भी जब उनका पता नहीं चला तो अधिकारियों ने जांच कराई जिसमें बताया गया कि DDO लखनऊ जेल में बंद है। दिग्विजय 10 फरवरी को मेरठ में हुए विधानसभा चुनाव के समय वह कर्मचारियों के प्रशिक्षण का कार्य संभाल रहे थे। चुनाव निपटने के बाद वह 18 फरवरी को 2 दिन का अवकाश लेकर चले गए। 21 फरवरी को उन्हें छुट्टी से वापस मेरठ से लौटना था लेकिन वह नहीं आए। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ था। वहीं उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की थी।

मनरेगा में 250 करोड़ का हुआ था घपला घोटाला 

संत कबीरनगर जिले में तैनाती के समय उन पर मनरेगा घोटाले के आरोप लगे थे। DDO दिग्विजय नाथ तिवारी के जेल में होने की तस्दीक तब हुई जब उनकी ओर से HC में जमानत के लिए याचिका दायर की गई। मामला 2007 से 2010 के दौरान संतकबीरनगर में हुए मनरेगा घोटाले से जुड़ा हुआ है। यहां BDO के पद पर तैनात रहे डीएन तिवारी ने आर्थिक गड़बड़ी की थी। मनरेगा में करीब 250 करोड़ रुपये का घपला हुआ था। इस मामले में CBI जांच चल रही थी। दिग्विजय नाथ तिवारी ने इस मामले में एन्टीस्पेटरी बेल के लिए भी पहले आवेदन किया था।













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