कोरोना काल के पूर्व से अप्रशिक्षित कर्मियों के हवाले अस्पतालों के ऑक्सीजन प्लांट।
अलीगढ़ दीन दयाल अस्पताल जैसे हादसे का इंतज़ार, अप्रशिक्षित संविदा कर्मियों के हाथ में लोहिया जैसे हॉस्पिटल के मरीजों की जान।
6AM NEWS TIMES, सब्सक्राइब करें। www.6amnewstimes.com 19: 08: 2021, रविन्द्र यादव लखनऊ 9415461079,
लखनऊ : लोहिया मातृ शिशु रेफरल के मरीजों की जिंदगी की डोर अनट्रेंड संविदा कर्मियों के हाथों में, ऑक्सीजन प्लांट को अनट्रेंड लोग सालों से कर रहे हैं ऑपरेट कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
कोरोना महामारी के दौर में जहां सरकार ऑक्सीजन के इंतजाम एवं मरीजों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन की महत्वता एवं हर बूंद की कीमत को समझते हुए एक राज्य से दूसरे राज्य जद्दोजहद कर रही थी। वहीं दूसरी ओर मरीजों की जिंदगी के लिए ऑक्सीजन की जरूरत समझने के बावजूद प्लांट संचालित एजेंसी एवं अस्पताल प्रशासन चंद पैसों की लालच में अप्रशिक्षित कर्मियों के हवाले कर दिया है कई अस्पतालों के ऑक्सीजन प्लांट ।
अनुबंधित संस्थाएं एवं अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन प्लांट के रख-रखाव और सप्लाई सिस्टम में भारी लापरवाही बरत रहे हैं प्रदेश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर सुरक्षित ढंग से नहीं रखे गए हैं। ना ही उनकी सेफ्टी की जांच नियमित हो रही है। प्लांट को अनट्रेंड लोग ऑपरेट कर रहे हैं।
अनट्रेंड लोग के हाथ में मरीजों की जान।
ऑक्सीजन प्लांट में लापरवाही पडती भारी मई में अलीगढ़ के दीन दयाल कोविड अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट में धमाका हो या अप्रैल में नासिक जैसे हादसे, ऑक्सीजन प्लांट और सप्लाई सिस्टम में भारी लापरवाही का नतीजा आया सामने।
उत्तर प्रदेश मई में अलीगढ़ के दीन दयाल कोविड अस्पताल में रात डेढ़ बजे ऑक्सीजन प्लांट में धमाका हो गया था । प्लांट में मौजूद कर्मचारियों की लापरवाही से एक तीमारदार ऑक्सीजन प्लांट में पहुंच कर चार सिलेंडर एक साथ खोल दिया था लेकिन ऑक्सीजन लाइन चार सिलेंडर का प्रेसर नही झेल पाई, जिससे बड़ा धमाका हो गया था ।
धमाके में एक कर्मचारी का हाथ और आंख घायल हुआ हो गई थी ।
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