UP-Panchyat-Election चुनाव आयोग और योगी सरकार 2021 के साथ 2022 की भी कर लिया तैयारी।

#UP में 42% युवा वोटर; युवाओं को आकर्षित करते हैं, धार्मिक एवं राष्ट्रवाद के जोशीले नारे। 

 युवा ही तय करेंगे 2021 के पंचायत और 2022 की यूपी सरकार। 

सब्सक्राइब करें। www.6amnewstimes.com Ravindra Yadav lucknow; 24:01:2021

          गांव की सरकार चुनने की तारीख घोषित होने की उलटी गिनती होने वाली है

UP उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में बीते पांच वर्ष में 84 लाख मतदाता बढ़े हैं। इस बार पंचायत चुनाव में 12 करोड़ 28 लाख मतदाता अपने-अपने नुमाइंदों को चुनेंगे। इनमें भी 42 प्रतिशत युवा मतदाता है जो गांव की सरकार बनाने में अहम भूमिका अदा करेंगे।


लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार चुनने की तारीख घोषित होने की उलटी गिनती होने वाली है। विश्व के सबसे बड़े चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार तैयार है। उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में बीते पांच वर्ष में 84 लाख मतदाता बढ़े हैं। इस बार पंचायत चुनाव में 12 करोड़ 28 लाख मतदाता अपने-अपने नुमाइंदों को चुनेंगे। इनमें भी 42 प्रतिशत युवा मतदाता है, जो गांव की सरकार बनाने में अहम भूमिका अदा करेंगे।

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी तैयारी कर ली है। उधर राज्य निर्वाचन आयोग ने वोटर लिस्ट जारी कर दी है। पंचायतों की इस नई वोटर लिस्ट में कुल 12 करोड़ 27 लाख 99 हजार 686 वोटर दर्ज हैं। अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि वर्ष 2015 में हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट में करीब 11 करोड़ 43 लाख 37 हजार 700 वोटर थे। इस हिसाब से पंचायत चुनाव में पिछले वर्ष वर्षों में आयोग की वोटर लिस्ट में करीब 84 लाख वोटरों का इजाफा हुआ है।

राज्य निर्वाचन आयोग ने 71 जिलों की मतदाता सूची को अंतिम रूप दिया है। मुरादाबाद, गौतमबुद्धनगर, संभल व गोंडा जिले के साथ ही परिसीमन से आंशिक रूप से प्रभावित क्षेत्रों की मतदाता सूची तैयार करने को अब आयोग वहां विशेष पुनरीक्षण अभियान चलाएगा। इसके लिए फरवरी के पहले सप्ताह में अधिसूचना जारी की जाएगी।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आयोग ने चार दिसंबर को मतदाता सूची के वृहद पुनरीक्षण की अधिसूचना जारी की गई थी। इस अधिसूचना के मुताबिक शुक्रवार को ज्यादातर जिलों की मतदाता सूची का अंतिम रूप से प्रकाशन कर दिया गया। आयोग के अनुसार अबकी चुनाव में लगभग 12.50 करोड़ मतदाता होंगे। मतदाता सूची को अंतिम रूप देने के लिए चलाए गए वृहद पुनरीक्षण अभियान में जहां 2,10,40,979 नाम जोड़े गए वहीं 1,08,74,562 नामों को इस सूची से हटाया गया। 39,36,027 नामों में संशोधन किया गया है। कुल ग्रामीण आबादी में अब 67.45 फीसद मतदाता हैं। सर्वाधिक 76 से लेकर 61 फीसद तक मतदाता हैं। वर्ष 2015 के पंचायत चुनाव में मतदाताओं की संख्या 11.74 करोड़ थी।

वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के दौरान बूथ लेबल आफिसर (बीएलओ) ने प्रदेश की हर ग्राम पंचायत के घर-घर जाकर वोटर लिस्ट का सत्यापन किया। इस पुनरीक्षण में कुल 2 करोड़ 10 लाख 40 हजार 978 नये वोटर जोड़े गये। एक करोड़ 08 लाख 74 हजार 562 मृत, डुप्लीकेट या अन्यत्र स्थानांतरित वोटरों के नाम हटाये गये। कुल 39 लाख 36 हजार 027 वोटरों के नाम, उम्र व पते आदि के ब्यौरे में संशोधन किये गये। प्रदेश के ग्रामीण इलाकों की कुल आबादी के अनुपात में अब 67.45 प्रतिशत वोटर हैं। वर्ष 2015 के चुनाव में यह अनुपात 66.61 प्रतिशत का था।

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