सिंचाई विभाग में 14,000 से अधिक रिक्त पदों पे नियुक्तियों की तैयारी अन्तिम चरण में है। डॉ महेन्द्र सिंह
सिंचाई विभाग में समूह ख एवं ग के 14,000 से अधिक रिक्त पदों पर शीघ्र ही नियुक्तियां होंगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। विभाग में खण्डीय, मण्डलीय तथा प्रमुख अभियन्ता कार्यालय संवर्ग के लिपिकों के अलावा सींचपाल, सींच पर्यवेक्षक, जिलेदार, कार्य पर्यवेक्षक, मुंशी, हेड मुंशी तथा नलकूप चालकों के साथ-साथ उप राजस्व अधिकारी के स्वीकृत पदों में से बड़े पैमाने पर रिक्त पद हैं जिन पर जल्द ही नियुक्तियां होनी हैं। लिहाजा विभिन्न खण्डों से रिक्त पदों के बारे में सूचनाएं एकत्र की जा रही है। विभागाध्यक्ष आरके सिंह की मानें तो शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर विभाग में समूह ख व ग के रिक्त पदों की जानकारी एकत्र की जा रही है ताकि उसे शासन को भेजा जा सके। शासन उसके बाद की कार्यवाही शुरू करेगा।
विभाग के राजस्व की रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले ये सभी पद इन गैर तकनीकी और स्वीकृत पदों की अपेक्षा 50 प्रतिशत से अधिक खाली पड़े हैं जिसे सरकार अब जल्द से जल्द भरना चाहती है। इन पदों के लिए शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट है। जलशक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह के अनुसार विभाग के रिक्त पदों को भरने की तैयारी शासन स्तर पर अन्तिम चरण में है। जैसे ही विभागीय कार्यवाही पूरी होकर खाली पड़े पदों को भरने के लिए शासन के पास विभागीय संस्तुतियां आएंगी शासन बिना देर किए कार्य शुरू कर देगा। बकौल डॉ. सिंह, सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं प्रदेश के युवाओं को रोजगार मुहैया कराना शामिल है। लिहाजा इस मामले में कहीं कोई कोताही नहीं बरती जा रही। इस बारे में जारी कवायद पूरी होते ही रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी। उसी समय यह भी तय होगा कि भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन होगी या ऑफलाइन। यह भी देखा जाएगा की केन्द्र सरकार ने इस संवर्ग की नियुक्तियों के लिए जो गाइडलाइन जारी की है उसे किस तरह से लागू किया जाए।
समूह ‘ग’ के जिन पदों पर नियुक्तियां होनी हैं।
पदनाम रिक्तियां, लिपिक 2,375, सींचपाल 4,587, सींच पर्यवेक्षक 849, जिलेदार 430, कार्य पर्यवेक्षक 49, मुंशी 315, हेड मुंशी 38, नलकूप चालक 5,724
कुल 14,367
समूह ‘ग’ के पदों के लिए योग्यता।
इस संवर्ग के सभी पदों के लिए इंटरमीडिएट अनिवार्य है। लिपिक संवर्ग के लिए कम्प्यूटर टाइपिंग व डाटा एंट्री का ज्ञान जरूरी है।