Parliament Inauguration :देश भर से मंगवाई गई नए संसद भवन की निर्माण सामग्री।



देश भर से मंगवाई गई नए संसद भवन की निर्माण सामग्री।
देखें नए संसद भवन की खूबियां , उद्घाटन समारोह में कब किस समय क्या क्या होगा,

6 एएम न्यूज टाइम्स ब्यूरो, Published by, रविन्द्र यादव 9415461079, Updated 28, May, 2023 : Sun, 05:14 AM, IST

  New Parliament Inauguration: 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज रविवार (28 मई ) को देश को नया संसद भवन समर्पित करेंगे. उद्घाटन समारोह की शुरुआत सुबह हवन और पूजा के साथ होगी और पीएम मोदी के संबोधन के साथ कार्यक्रम समाप्त होगा। 

नया भवन देश की विविध संस्कृति को भी पेश करेगा। राज्यसभा और लोकसभा के साथ-साथ नए संसद भवन में एक संविधान हॉल भी बनाया गया है। इसमें देश के संवैधानिक विरासत की प्रदर्शनी लगाई गई है।


नए संसद भवन निर्माण के लिए देश भर से मंगवाई गई सामग्री।

🔹 बलुआ पत्थर राजस्थान के सरमथुरा से,

🔸 सागौन (टीक वुड) की लकड़ी महाराष्ट्र के नागपुर से मंगाई गई है। 

🔹 कार्पेट उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से मंगवाए गए हैं।

🔸 त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से बांस की लकड़ी की फ्लोरिंग मंगवाई गई है।

🔹 स्टोन जाली वर्क्स राजस्थान के राजनगर और उत्तर प्रदेश के नोएडा से लिए गए हैं।

🔸 अशोक प्रतीक को महाराष्ट्र के औरंगाबाद और राजस्थान के जयपुर से मंगाया गया है।

🔹 अशोक चक्र को मध्यप्रदेश के इंदौर से लिया गया है।

🔸 लाल लाख, केसरिया ग्रीन स्टोन, अंबाजी से सफेद संगमरमर पत्थर राजस्थान के जैसलमेर एवं उदयपुर से मंगवाया गया है।

🔹 हरियाणा के चकरी दादरी से एम-सैंड , फ्लाईएश ब्रिक्स को एनसीआर हरियाणा और उत्तर प्रदेश से खरीदा गया था।

🔸 गुजरात के अहमदाबाद से ब्रास वर्क और प्री-कास्ट ट्रेंच लिए गए हैं।

🔹 दमन और दीव से एलएस/आरएस फाल्स सीलिंग स्टील संरचना ली गई।


उद्घाटन समारोह का पूरा शेड्यूल।

सुबह 7.30 बजे से समारोह की शुरुआत हवन के साथ होगी. इसके लिए गांधी प्रतिमा के पास पंडाल लगाया जाएगा. इस पूजा में प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई मंत्री मौजूद रहेंगे. इसके बाद सुबह 8.30 से 9.00 बजे के बीच में तमिलनाडु से संबंध रखने वाले और चांदी से निर्मित एवं सोने की परत वाले ऐतिहासिक सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया जाएगा. अगस्त 1947 में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया गया ये रस्मी राजदंड इलाहाबाद संग्रहालय की नेहरू दीर्घा में रखा गया था।


उद्घाटन समारोह। 

सुबह 9-9.30 बजे प्रार्थना सभा होगी. शंकराचार्य सहित कई बड़े विद्वान, पंडित और संत इस प्रार्थना सभा में उपस्थित रहेंगे. समारोह का दूसरा चरण दोपहर 12 बजे राष्ट्रगान के साथ शुरू होगा। 

इसके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश को राज्यसभा के उपसभापति की ओर से पढ़कर सुनाया जाएगा. फिर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के अभिभाषण का प्रावधान किया गया है. हालांकि उन्होंने समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है. इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष भी संबोधित करेंगे। 


जानकारी के अनुसार, नए भवन के लोकसभा में 888 सांसदों की बैठने की क्षमता होगी। जबकि राज्यसभा का आकार लोकसभा के मुकाबले छोटा होगा। राज्यसभा में 384 सांसद बैठ सकेंगे। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में होगा। इसमें 1280 सांसद एक साथ बैठ सकेंगे। नए भवन में सांसदों के सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।

नए संसद भवन में अहम कामकाज के लिए अलग ऑफिस बनाए गए हैं, जो हाईटेक सुविधाओं से लैस हैं।

कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग के तमाम कमरों में भी हाईटेक इक्विपमेंट लगाए गए हैं। कॉमन रूम, महिलाओं के लिए लाउंज के अलावा वीआईपी लाउंज की भी व्यवस्था की गई है। इन विशेष लाउंज में सांसदों को उनके सहयोगी, परिवार के लोगों के अलावा संसद भ्रमण के लिए आने वाले लोगों को बुलाने की छूट होगी।

पुराने भवन की तुलना में नए भवन के लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों की बैठक व्यवस्था सुधारी गई है। पुराने सदनों में सांसदों को सबसे ज्यादा दिक्कत बैठने में आती थी। लेकिन नए संसद भवन के दोनों सदनों में स्पेस बढ़ाया गया है। अब लोकसभा और राज्यसभा के कक्ष में हर बेंच पर केवल दो ही सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।

पुराने भवन में सांसदों को अंदर आने बाहर जाने में दिक्कत होती थी। लेकिन नए सदनों में सांसद बिना किसी अवरोध के आ सकेंगे और बाहर निकल सकेंगे। इस दौरान किसी को भी दिक्कत नहीं होगी।

नए संसद भवन को हाईटेक करने के अलावा नई तकनीक से लैस किया गया है। सांसदों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हर सीट पर डिजिटल सिस्टम और टच स्क्रीन लगाई गई है। इस डिजिटल सिस्टम को सांसद सीधे अपने मोबाइल या टैबलेट से कनेक्ट कर सकेंगे।

इसमें खास बात यह है कि यह सिस्टम उसी सीट से कनेक्ट होंगे, जो आधिकारिक तौर पर उन्हें लोकसभा सचिवालय द्वारा अलॉट की गई है। इन डिजिटल सिस्टम पर सांसद संसद के कामकाज के ब्योरे के अलावा उनके संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज भी देख सकेंगे।

संसद को पेपर लैस करने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। इसलिए इन सिस्टम के जरिए ही अब सांसदों को महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकेगी।

नए संसद भवन परिसर में लेटेस्ट ऑडियो-विजुअल सिस्टम भी लगाए गए हैं।

संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले और सत्र स्थगित होने के बाद इनके जरिए सांसदों, कर्मचारियों को भी इसकी सूचना मिलती रहेगी। पुराने भवन की तरह भवन में भी सांसदों के लिए सुविधायुक्त डाइनिंग हॉल तैयार किया गया है। इसके अलावा बुजुर्ग सांसदों के लिए भी कई प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं।

स्मारक सिक्का किया जाएगा जारी। 

इस मौके पर 75 रुपये का स्मारक सिक्का और मोहर भी जारी किया जाएगा. 35 ग्राम वजनी ये सिक्का यह चार धातुओं से बनाया गया है. इसके एक ओर अशोक स्तंभ का शेर है, जिसके नीचे सत्यमेव जयते लिखा है और बाईं तरफ देवनागरी में भारत और दाईं ओर अंग्रेजी में इंडिया लिखा है. साथ ही रुपये का प्रतीक चिन्ह भी मौजूद है. सिक्के के दूसरी तरफ नए संसद भवन की तस्वीर है. इस कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन होगा, कार्यक्रम का समापन दोपहर करीब 2-2.30 बजे होगा। 


नई संसद की नई खासियतें। 


नए संसद भवन की आधारशिला पीएम मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को रखी थी. नए भवन को गुजरात की कंपनी एचसीपी की ओर से डिजाइन क‍िया है. इसमें लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्य के बैठने की क्षमता है, संयुक्त सत्र के लिए लोकसभा हॉल में 1,272 सदस्य बैठ सकते हैं. टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की ओर से निर्मित नए भवन में एक भव्य संविधान हॉल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक लाइब्रेरी, कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग के कमरे, बड़े पार्किंग एरिया के साथ-साथ वाआईपी लाउंज की भी व्यवस्था की गई है।


त्रिभुजाकार वाले चार मंजिला संसद भवन का निर्मित क्षेत्र 64,500 वर्ग मीटर है. भवन के तीन मुख्य द्वार हैं- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार. इसमें वीआईपी, सांसदों और आगंतुकों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार हैं. नया संसद भवन दिव्यांगों के अनुकूल होगा और मंत्रिपरिषद के इस्तेमाल के लिए करीब 92 कमरे होंगे. नए संसद भवन के निर्माण में उपयोग की गई सामग्री देश के विभिन्न हिस्सों से लाई गई है.  


नई बिल्डिंग की लागत। 


टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने नए संसद भवन के निर्माण की बोली 861.90 करोड़ रुपये की लागत से जीती थी. हालांकि, वर्ष 2020 में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संसद को सूचित किया था कि नए भवन के निर्माण की अनुमानित लागत 971 करोड़ रुपये है. पिछले साल, एक मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि नए संसद भवन की लागत बढ़कर 1,200 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है.


किसको भेजा गया समारोह का निमंत्रण ?


भवन के उद्घाटन समारोह के लिए सभी सांसदों और प्रमुख नेताओं को न्यौता भेजा गया है. साथ ही केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों के सचिवों, भवन के मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल, उद्योगपति रतन टाटा को भी आमंत्रित किया गया है. खिलाड़ियों और फिल्मी सितारों समेत कई प्रमुख हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा है. 


जानिए पुरानी पार्लियामेंट के बारे में। 


संसद के मौजूदा भवन की बात करें तो ये लगभग 100 साल पुराना है, जिसका निर्माण कार्य 1927 में पूरा हुआ था, इस इमारत के उद्घाटन के लिए 18 जनवरी 1927 को एक भव्य आयोजन किया गया था और तत्कालीन वाइसरॉय लॉर्ड इरविन ने इसका उद्घाटन किया था, उस समय इसे ‘काउंसिल हाउस’ के रूप में जाना जाता था. पुरानी संसद में कुल 12 गेट हैं।


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