शिव की नगरी काशी की " देव दीपावली " हो या मां गंगे के तट पर " प्रयागराज का कुम्भ" नदियों का साफ, स्वच्छ जल हो या प्रदेश के खेतों तक नहरों से पहुंचा पानी, " जलशक्ति मंत्रालय " की अहम भूमिका हर जगह नजर आई,
रविंद्र यादव, 6 एएम न्यूज़ टाइम्स लखनऊ, 9415461079 ; 02: 12: 2020
भारतीय मनीषा ने जल को महत्व दिया, हमारे शास्त्र जल संरक्षण की प्रेरणा देते हैं। ‘नमामि गंगे’ परियोजना के प्रभावी संचालन से अब गंगा जी में जाजमऊ में जलीय जीव देखे जा सकते, वाराणसी में गंगा जी में डाल्फिन तैर रही, में संगम में श्रद्धालुओं को गंगा जी का स्वच्छ, निर्मल और अविरल जल प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
यूपी पानी पत्रिका जल प्रवंधन, व कृषि उत्पादन बढ़ाने मे हो रही है सहायक ।
वाराणसी / लखनऊ । भव्य दिव्य देव-दीपावली, पावन प्रकाश पर्व एवं कार्तिक पूर्णिमा (गंगा स्नान) के पुनीत अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गरिमामयी उपस्थित मे प्रदेश वासियों के हितार्थ अनेक महात्वाकांक्षी योजनाओं का लोकार्पण कर बाबा विश्व नाथ मंदिर कोरीडोर निर्माण कार्यों की समीक्षा विधिवत भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर की। तथा बौद्ध तीर्थ सारनाथ मे भगवान बुद्ध के जीवन-दर्शन पर आधारित आकर्षक लाइट एण्ड साउंड कार्यक्रम मैं भी मुख्य मंत्री योगी जी के साथ प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर विभिन्न आयोजन स्थलों पर जलशक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह के निदेश पर सिंचाई विभाग की विश्व बैंक पोषित महात्वाकांक्षी परियोजना यू.पी.डब्ल्यू. एस.आर.पी.द्वारा प्रकाशित किसान हितकारी यूपी पानी पत्रिका का वितरण भी विशाल स्तर पर किया गया। पत्रिका मे जलसंसाधन विकास, जलसंरक्षण जल सम्बर्धन जल प्रवंधन, एवं जलशक्ति विभाग के जनोन्मुखी कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण बड़े रोचक व आकर्षक ढंग से किया गया है।
ज्ञात हो इसके पूर्व प्रधानमंत्री जी के द्वारा मिर्जापुर, व सोनभद्र जनपदों मे वर्चुअल योजनाओं के लोकर्पण कार्यक्रम स्थलों पर भी जलशक्ति मंत्री जी के निर्देश पर यूपी पानी पत्रिका का वितरण भी किया गया था।जिसकी किसानों ने सराहना की थी। मुख्य अभियंता बाणसागर बी.के राम के अनुसार किसानों ने पानी पत्रिका को अपना मित्र.मार्गदर्शक, बताते हुए कहा था कि इस पत्रिका से हमें कम पानी मे अधिक फसल पैदा करने के तरीकों की जानकारी हुई है।
राज्य ग्राम विकास संस्थान बक्शी का तालाब के प्रशिक्षण समन्वयक नंदकिशोर श्रीवास्तव का कहना है कि उनके संस्थान द्वारा आयोजित जल उपभोक्ता समितियों की क्षमता वृद्धि प्रशिक्षण मैं इस पत्रिका ने एक सफल प्रशिक्षक की सराहनीय भूमिका निभाई है।वे हर प्रशिक्षण सत्रों मे पानी पत्रिका का वितरण कराते हैं।
परियोजना क्षेत्र के जनपदों के किसान पत्र लिख कर हर अंक मे अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया किसान वाणी स्तंभ हेतु भेजते रहते हैं।