#UP_Ballia_Murder_Case ; ना तो पलटी गाड़ी, ना हुई मुठभेड़, ना हुई ठांय-ठांय, Bjp MLA का करीबी बलिया हत्याकांड मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क से गिरफ्तार।
बलिया में अफसरों के सामने मर्डर भाजपा विधायक का करीबी आरोपी धीरेंद्र चौथे दिन लखनऊ से गिरफ्तार , 50 हजार का इनाम था।
एसटीएफ ने लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया है।
अब तक 10 आरोपी पकड़े गए बलिया में गोलीकांड के मुख्य आरोपी चीर सिंह के पक्ष में विधायक सुरेट सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है । बताया जाता है कि उनके इस कृत्य पर शीर्ष नेतृत्व नाराज है । सूत्रों की मानें तो उन पर जल्द पार्टी एक्शन ले सकती है । - 15 अक्टूबर को दुर्जनपुर गांव में आरोपी अफसरों के सामने हत्या कर भाग निकला था पड़ोसी जनपद मऊ और आजमगढ़ की पुलिस को भी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया था उत्तर प्रदेश के बलिया में दुर्जनपुर गांव में 3 दिन पहले हुई हत्या के मामले में भाजपा विधायक का करीबी मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को एसटीएफ ने लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया है । उसके साथ दो अन्य आरोपी भी पकड़े गए हैं । दरअसल , कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना के बाद सर्विलांस के जरिए यह सूचना मिली कि मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह लखनऊ में है । जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है ।
हत्यारोपी धीरेंद्र उर्फ डब्लू की तलाश में 12 टीमें लगी थीं । मऊ और आजमगढ़ की पुलिस को भी उसकी गिरफ्तारी में लगाया गया था । इस बीच चर्चा थी कि धीरेंद्र सिंह सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर सकता है । उसने शनिवार को सरेंडर की अर्जी कोर्ट में दाखिल कराई थी । मुख्य आरोपी पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था ।
अब तक थीरेंद्र के दो भाई देवेंद्र और नरेंद्र के साथ 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं । बलिया में कैंप कर रहे डीआईजी योगी सरकार ने डीआईजी आजमगढ़ सुभाष चंद्र दुबे को बलिया में ही कैंप करने का निर्देश दिए थे । कहा गया है था कि जब तक मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी नहीं होती है तब तक वे वहीं रहेंगे । आजमगढ़ मंडल के कमिश्नर विश्वास पंत भी बलिया में मौजूद हैं ।
करणी सेना कर सकती है प्रदर्शन।
बलिया में गोलीकांड का मामला अब जातिगत होता जा रहा है । भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने जहां इसे क्षत्रिय बनाम यादव का मुद्दा बना दिया है। धीरेंद्र और उसके परिवार के समर्थन में पूर्व सैनिकों का संगठन भी आ गया है ।
यह है पूरा मामला ? दुर्जनपुर में 15 अक्टूबर को पंचायत भवन पर कोटे की दुकान को लेकर बैठक चल रही थी । एसडीएम बैरिया सुरेश पाल , सीओ चंद्रकेश सिंह , बीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह और रेवती थाने का पुलिसबल भी मौजूद थी । आरोप है कि इसी दौरान विवाद होने पर धीरेंद्र सिंह ने जयप्रकाश पाल की हत्या कर दी । इसके बाद वह भाग निकला था । मामले में . एसडीएम और सीओ को निलंबित भी कर दिया गया था । डीआईजी आजमगढ़ ने आरोपियों पर 50 हजार रुपए इनाम की घोषणा भी की है । सभी आरोपियों पर गैंगस्टर और एनएसए के तहत कार्रवाई की भी बात कही है ।