शनिवार, 19 नवंबर 2022

Pro Vinay Pathak : कोर्ट फैसले बावजूद कुलाधिपति की चुप्पी बड़ा सवाल खड़ा कर रही है... ❓

शिक्षक कर रहे सवाल - कोर्ट से बड़ा कौन ❓

आखिर कुलाधिपति कैसे मनेगी कि प्रो. विनय पाठक प्रथम दृष्टया दोषी है ❓

प्रो. विनय पाठक के मामले में राजभवन की खामोशी ❓,


6AM_NEWS_TIMES : Edited by. Ravindra yadav Lucknow : 9415461079, 19, Nov, 2022 : Sat, 10:12 AM,



👉 हाईकोर्ट ने बीते 15 नवंबर को कुलपति प्रो. पाठक याचिका खारिज कर चुका है। इसके फैसले के बाद उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया संज्ञेय अपराध बनता है।❓


👉 कोर्ट फैसले बावजूद कुलाधिपति की चुप्पी बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। ❓


👉 प्रो. विनय पाठक जवाब का इंतजार में हाथ बांधे चुपचाप खड़ी है एसटीएफ।❓


👉 एसटीएफ अब तक पाठक के करीबी अजय मिश्र और अजय जैन को गिरफ्तार कर चुकी है।❓


लखनऊ। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर (Chhatrapati Shahuji Maharaj University Kanpur) के कुलपति प्रोफेसर विनय ​कुमार पाठक की हाईकोर्ट बीते 15 नवंबर को याचिका खारिज कर चुका है। इसके फैसले के बाद उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया संज्ञेय अपराध बनता है। कोर्ट के इस फैसले के बाद भी कुलाधिपति की चुप्पी बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।


कई शिक्षकों के संगठन भी सवाल कर रहे हैं कि आखिर कुलाधिपति कुलपति प्रो. पाठक पर कार्रवाई करने से परहेज क्यूं कर रही हैं ? आखिर कुलाधिपति कैसे मनेगी कि प्रो. विनय पाठक प्रथम दृष्टया दोषी है ? कुलपति प्रो. विनय पाठक के खिलाफ लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही उन पर कार्रवाई की आवाज उठने लगी थी, लेकिन कुलाधिपति कार्यालय उस समय भी चुप था, कोर्ट का फैसला आने के बाद आज भी चुप है।


कुलपति के खिलाफ कोर्ट ने भी मान लिया है कि उनके ऊपर प्रथम दृष्टया संज्ञेय अपराध बनता है। लिहाजा उनकी एफआईआर निरस्त नहीं की जा सकती है।


शिक्षकों को कोर्ट के फैसले के बाद कुलाधिपति से उम्मीद थी कि वह तत्काल कुलपति प्रो. विनय पाठक को निलम्बित कर देंगी, लेकिन अब तक इस मामले में ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में शिक्षकों का कहना है कि कुलाधिपति प्रो. पाठक पर कार्रवाई करने से क्यों हिचक रही हैं ? उन्हें किसका इंतजार है ?


 क्या कोर्ट से भी ऊपर कोई है ?


उनका मानना है कि कुलपति प्रो. विनय पाठक पर कार्रवाई नहीं होने से अन्य भ्रष्ट कुलपतियों के हौंसले बुलंद होंगे ? लोगों में गलत संदेश जाएगा।


लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों का मानना है कि प्रो. पाठक को निलम्बित कर जांच की जाए, तो काफी राज खुलेंगे। सही से जांच कराई जाए तो कई विश्वविद्यालय के कुलपति बच नहीं पाएंगे। क्योंकि वह भी प्रो. विनय पाठक के नक्शे कदम पर चल रहे हैं,अजय मिश्रा की एजेंसी उनके यहां परीक्षा के सारे काम कर रही है?


प्रो. विनय पाठक ने गिरफ्तारी से बचने के लिए चली नई चाल, बीमारी का हवाला देकर एसटीएफ से मांगा समय


इसी बीच कुलपति प्रो. विनय पाठक ने गिरफ्तारी से बचने के लिए नई चाल चलते हुए एसटीएफ मुख्यालय में एक ईमेल भेजा है। इसमें उन्होंने लिखा कि मैं बीमार हूं। मेरा इलाज चल रहा है। ऐसे में मुझे 25 नवंबर तक समय दिया जाए। बता दें कि एसटीएफ ने बीते मंगलवार रात में कानपुर स्थित कुलपति के आवास पर जाकर नोटिस देकर 18 नवंबर को मुख्यालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज कराने के लिए कह चुका है।


एसटीएफ ने पूछा आपको क्या हुआ , कहां और किस अस्पताल में करवा रहे हैं इलाज ?


एसटीएफ (STF) के सख्त रवैये को देखते हुए पाठक ने नोटिस का जवाब ईमेल से देकर अपना बचाव करने की कोशिश की है। एसटीएफ ने फौरन ईमेल का जवाब दिया है। एसटीएफ की ओर से पूछा गया कि आपको क्या हुआ है? आप कहां और किस अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। आप कौन सा फोन नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं। आपकी देखरेख के लिए कौन मौजूद है। आप इन बिंदुओं पर जवाब दें ताकि आपसे संपर्क कर जानकारी की जा सके।


सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिका दाखिल करने का दे रहे हैं मौका,


उधर, कानपुर में एसटीएफ की एक टीम सक्रिय भूमिका में कुलपति के करीबियों पर नजर बनाए हुए हैं। विश्वविद्यालय में भी इंटेलीजेंस के अफसरों ने पड़ताल की है। एसटीएफ पता लगा रही है कि विनय पाठक किन लोगों के संपर्क में हैं। सूत्रों का कहना है कि पाठक की ओर से एसटीएफ से इसलिए समय मांगा गया है, ताकि वह सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिका दाखिल कर सकें।


प्रो. विनय पाठक जवाब का इंतजार में हाथ बांधे चुपचाप खड़ी है एसटीएफ। 


हालांकि एसटीएफ प्रो. कुलपति को यह मौका नहीं देना चाहती है। यही वजह है कि हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद एसटीएफ के छापे से बेचैन होकर पाठक ने ईमेल भेजकर वक्त मांगा है। एसटीएफ अब पाठक के दोबारा से ईमेल भेजने का इंतजार कर रही है। पाठक का जवाब आने के बाद पुलिस टीम आगे की रणनीति तय करेगी।


माना जा रहा है कि कुलपति अगर एसटीएफ को विवेचना में सहयोग नहीं करते हैं तो पुलिस कोर्ट के माध्यम से आगे की कार्रवाई करेगी। विनय पाठक पर डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में कुलपति रहते कमीशन लेने का आरोप है। इंदिरानगर थाने में इसकी एफआइआर दर्ज की गई थी, जिसकी विवेचना एसटीएफ कर रही है।


Pro #Vinay_Pathak #Indira_Nagar_police_station_of_Lucknow #University_of_Lucknow #कुलपति_विनय_पाठक #छत्रपति_शाहूजी_महाराज_विश्वविद्यालय_कानपुर #Chhatrapati_Shahuji_Maharaj_University_Kanpur #कुलपति_प्रोफेसर_विनय_कुमार_पाठक #Vice_Chancellor_Professor_Vinay_Kumar_Pathak)





🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩 

शुक्रवार, 18 नवंबर 2022

एडवोकेट महेंद्र कुमार मंडल; काश ये मुलाकातें पिछड़ों, किसानों और नौजवानों के हक हकूक के लिए होती.......

काश ये मुलाकातें पिछड़ों, किसानों और नौजवानों के हक हकूक के लिए होती 

6AM_NEWS_TIMES : Edited by. Ravindra yadav Lucknow : 9415461079, 18, Nov, 2022 : Fri , 06:12 PM,



काश यह तस्वीरें, यह मुलाकातें, यह टेलीफोनिक वार्ता समाज की एकता, पिछड़ों, किसानों और नौजवानों के हक हकूक की लड़ाई और बहुजनों की हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए होती तो बेहतर होता है, लेकिन यह महज़ चुनाव जीतने के लिए हैं।

एड० महेंद्र कुमार मंडल, इलाहाबाद उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ

बेशक तस्वीर राहत और सुकून देने वाली है, लेकिन मेरे कुछ यज्ञ प्रश्न हैं और मुझे पता है कि इन प्रश्नों पर जो भक्तगण हैं चाहे वह मोदी जी के हों, योगी जी के हों या अखिलेश जी के हों कुतर्क जरूर करेंगे, क्योंकि भक्तों का काम ही है हमेशा अपने नेता का यशोगान करना और उनकी भांडगिरी करना लेकिन इस सबके परे मैं प्रश्न जरूर करूंगा।


प्रश्न 1- क्या ऐसी तस्वीरें जो एकता दिखाने के लिए शेयर की जाती हैं वह सिर्फ़ चुनाव जीतने के लिए होती हैं जाती हैं ??


प्रश्न 2- पिछले 2017 से कई चुनाव और उपचुनाव बीते और ऐसी तस्वीरें सिर्फ चुनाव के टाइम पर ही पड़ती हैं 

उसके बाद फिर एक दूसरे में बगावत शुरू होती है और समर्थक तथा समाज को दो हिस्सों में बांटा जाता है, क्या दोनों हिस्सों में बंटा समाज और समर्थक यह मानता है कि दोनों एक ही हैं ? अगर दोनों एक ही हैं तो फिर यह मुहब्बत चुनाव के टाइम पर ही क्यों परमानेंट क्यों नहीं ? और साथ रहकर समाज की लड़ाई क्यों नहीं लड़ी जाती ?


प्रश्न 3- अगर शिवपाल जी हर बार यह कहकर अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को समझाते हैं कि नेताजी भाई हैं वहां चुनाव नहीं लड़ेंगे, डिंपल बहू है कन्नौज में प्रत्याशी नहीं देंगे, अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाना है इसलिए हर कीमत पर समझौता करेंगे और समाजवादी पार्टी के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे तथा बनाए गए सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को समझाएंगे, फिर कहेंगे कि नेताजी की विरासत बचानी है और बहू मैदान में है वहां चुनाव नहीं लड़ाएगे सपा का समर्थन करेंगे। माननीय शिवपाल जी बताएं कि भाई और स्वयं के खून पसीने से बनाई गई पार्टी से अलग होकर पार्टी ही क्यों बनाई?


जब बहू और भाई तथा पार्टी और विरासत से इतना लगाव प्यार मोहब्बत है तो भतीजे से फिर कैसी नाराजगी और दुश्मनी ?? भले कुछ दे या ना दे चुपचाप घर में रहें दो रोटी खाए और ठंडा पानी पिएं तथा अपनी पार्टी को खत्म करें और लोगों को समाजवादी पार्टी में शिफ्ट करके पार्टी को मजबूत करें।


बेहतर होता यह महान नेता एक दूसरे का हाथ से हाथ पकड़कर पिछड़े समाज का नेतृत्व करते और उसके हक़ हकूक की लड़ाई लड़ते तो बेहतर रहता।

लोग समझ रहे हैं ज़्यादा दिन मूर्ख नहीं बना पाएंगे मैं ऐसी एकता से हमेशा असहमत रहता हूँ भले ही किसी को तक़लीफ़ हो यह एकता सिर्फ़ अपने निजी स्वार्थों को साधने और समाज पर अपना प्रभुत्व क़ायम रखने के लिए दिखाई जाती है समाज से इसका कोई लेना देना नहीं है। समाज के लिए अगर वास्तव में चिंता है तो फिर यह सब नौटंकी बंद करके एकजुट होकर एक मंच पर आकर इस पिछड़े दलित और अल्पसंख्यक समाज की लड़ाई लड़नी होगी उन्हें भरोसा दिलाना होगा कि हम नेताजी की विरासत को आगे बढ़ाएंगे और उनके पद चिन्हों पर चलेंगे लेकिन ऐसा प्रतीत होते नहीं दिखाई देता है। भक्तगण समर्थन में तर्क करेंगे, नेताजी की विरासत बचानी है तो भाभी जी को चुनाव लड़ाया जा रहा है, जब वादा कर चुके हैं कि अब पत्नी चुनाव नहीं लड़ेंगी तो फिर ऐसा कौन सा संकट आ गया कि कोई और योग्य नहीं रह गया। अगर इसी तरह से राजनीति करते रहेंगे तो अपना कम लेकिन अपने समाज का बहुत नुकसान करेंगे।


एड० महेंद्र कुमार मंडल, अधिवक्ता उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ।







🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩

Deputy CM Keshav Prasad Maurya, मा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की कौशांबी के विकास पर विशेष नजर.......

उप मुख्यमंत्री श्री मौर्य ने कौशांबी के विकास कार्यों विस्तृत समीक्षा की। 

वर्षा और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई फसलों, मकानों के सभी पात्र लोगों को शीघ्र मुआवजा दिया जाय। केशव प्रसाद मौर्य 

6AM_NEWS_TIMES : Edited by. Ravindra yadav Lucknow : 9415461079, 18, Nov, 2022 : Fri , 07:12 AM,



लखनऊ:18 नवम्बर 2022

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को माँ शीतला देवी अतिथि गृह, सयारा सभागार में जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। सभी अधिकारियों से कहा फरियादियों की जिन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है, उन समस्याओं का समाधान अवश्य सुनिश्चित किया जाय तथा किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय। 


उन्होंने कहा कि जनपद कौशाम्बी छोटा जनपद है, सभी अधिकारी बेहतर से बेहतर कार्य एवं नवाचार करते हुए आमजन की समस्याओं का निस्तारण तथा जनपद के सर्वांगीण विकास में अपना अहम योगदान करें। जल-जीवन मिशन के अन्तर्गत कार्यों को तेजी लाएं लोगों के घर तक नल से जल पहुंचाने का कार्य पूर्ण हो सकें। कहा कि पाइप-लाइन बिछाने के दौरान मुख्य सड़क व गली की तोड़ी गई सड़कों को तत्काल आवागमन के योग्य बना दिया जाय। 

उप मुख्यमंत्री द्वारा दुर्गा भाभी सेतु में दरार आने की जानकारी प्राप्त करने पर सेतु निगम के अधिकारी ने बताया कि अज्ञात अराजक तत्वों ने छिन्नी से सेतु को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया है, जिस पर उप मुख्यमंत्री ने अराजक तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज कराकर सख्त कार्यवाही कराने के निर्देश दियेें। 

उप मुख्यमंत्री ने जनपद में वर्षा/नदियों में बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुई फसलों एवं गिर गये मकानों का ठीक प्रकार से सर्वे कराकर सभी पात्र लोगों को मुआवजा दिया जाय। 

सभी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायतों एवं ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई के साथ ही सभी नगर निकायों एवं ग्राम पंचायतों में फागिंग एवं एण्टीलार्वा का छिड़काव नियमित रूप से किया जाय। उन्होंने ओवर/फर्जी विद्युत बिलिंग पर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जनपद कौशाम्बी में भी विद्युत सखियों को प्रोत्साहित कर करने का कार्य किया जाय। 

प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के सभी लाभार्थियों को कार्ययोजना बनाकर सौभाग्य योजना के तहत विद्युत कनेक्शन, उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन, आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डेन कार्ड एवं शौचालय सहित आदि विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि कोई पात्र लाभार्थी छूटने न पाये। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लाभार्थियों को द्वितीय किस्त शीघ्र निर्गत करने के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। 

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा मुख्य चिकित्साधिकारी से जनपद में जिला अस्पताल, सी0एच0सी0 एवं पी0एच0सी0 में लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जाय तथा विभिन्न बीमारियों के इलाज की सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराई जाय, जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों सकें। उन्होंने पी0एम0 स्वनिधि योजना की समीक्षा के दौरान नगर निकायों में रेहड़ी/पटरी वालों के लिए वेडिंग जोन को चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दियें। 

कड़ाधाम को मॉ विन्ध्यवासिनी की तर्ज पर विकसित करने के लिए अब तक की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त करने पर बताया गया कि प्रसाद योजना के अन्तर्गत चयनित किया गया है, जिस पर उप मुख्यमंत्री ने संत मलूकदास स्थान को भी सम्मिलित कर विकसित करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दियें। उन्होंने जनपद में राम वनगमन मार्ग एवं एयरपोर्ट, प्रयागराज से उत्खनन स्थल तक सड़क के निर्माण कार्य के लिए अब तक की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाये जा रहें सभी सड़कों के गुणवत्ता की जॉच कराने के निर्देश दियें।

उन्होंने कहा कि पैसा लेकर सरकारी नौकरी का आश्वासन दिलाने वालों को चिन्हित कर, जो सरकार को बदनाम करने का भी कार्य कर रहें हैं, उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि जनपद में चकमार्गों को चिन्हित कर मनरेगा के तहत निर्माण कार्य कराया जाय, जिससे चकमार्गोें को लेकर होने वाली समस्या का समाधान हों सकें। 

बताया कि जनपद में धान क्रय के लिए 26 क्रय केन्द्रों को बढ़ाकर अब 32 कर दिया गया है। जनपद में खेल के क्षेत्र में अच्छा कार्य हो रहा है, जनपद के खिलाड़ियों में अधिक क्षमता है, उन्हें अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जाय, जिससे वे खेल के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित कर सकें।





✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩

मंगलवार, 15 नवंबर 2022

Dengue Case In UP : स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों की मनमानी करा रही सरकार की बदनामी।

बदइंतजामी के शिकार हो रहे डेंगू के मरीज: बड़े अस्पतालों में बढ़ती भीड़, छोटे मे बेड खाली पड़े, जिम्मेदार नहीं कर पा रहे प्रबंध।

रविन्द्र यादव, 6एएम न्यूज़ टाइम्स, लखनऊ Published by: 6AM NEWS TIMES, Lucknow : 9415461079, 15, Nov, 2022 : Tue, 08:11 AM, 



उत्तर प्रदेश में डेंगू का कहर लखनऊ के अस्पतालों फैली बदइंतजामी के शिकार हो रहे डेंगू के मरीज बड़े अस्पतालों में डेंगू मरीजों की बढ़ती भीड़। अधिकारीयों की लापरवाही और बदइंतजामी का हाल ये है कि कंट्रोल रूम बनाया गया है फिर भी मरीजों का प्रबंधन नहीं हो पा रहा है।

लखनऊ शहर में डेंगू और बुखार के मरीजों की वजह से बड़े सरकारी अस्पतालों में भीड़ है। उधर, कई अस्पताल ऐसे भी हैं जो खाली पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के लिए कंट्रोल रूम तो बना रखा है, लेकिन मरीजों का प्रबंधन न होने से एक तरफ तो सिविल, बलरामपुर और लोकबंधु जैसे अस्पतालों में मारामारी है। और दूसरी तरफ रानी लक्ष्मीबाई और बीआरडी महानगर जैसे अस्पतालों में 90 फीसदी बेड खाली पड़े हैं। लोगों को इन अस्पतालों में बेड खाली होने की जानकारी नहीं है और स्वास्थ्य विभाग भी मरीजों को यहां पहुंचाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। जबकि कम गंभीर मरीजों को इन अस्पतालों में शिफ्ट कर बड़े अस्पतालों का लोड कम किया जा सकता है। इसके साथ जरूरी सर्जरी व अन्य मरीजों का इलाज भी बेहतर तरीके से किया जा सकता है।




लखनऊ में कोरोना संक्रमण के बाद एक बार फिर से मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ी हुई है। मरीजों का दबाव सिर्फ एक ही अस्पताल पर न पड़े इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के निर्देश पर कोरोना संक्रमण के दौरान ऑनलाइन पोर्टल बनाया था। इसमें हर अस्पताल में उपलब्ध बेड मरीज देख सकता था।


विभाग ने इन अस्पतालों को उनकी क्षमता के हिसाब से अलग-अलग लेवल में बांट रखा था। इसी वजह से कोविड प्रबंधन संभव हो पाया था। मौजूदा समय में डेंगू और बुखार की वजह से हालात बिगड़े हुए हैं, लेकिन न तो पोर्टल नजर आ रहा है और न ही मरीज भर्ती करने के लिए केंद्रीकृत व्यवस्था है। इससे किसी अस्पताल में मारामारी है तो कोई खाली पड़ा है। 


इन अस्पतालों पर बढ़ रहा है दबाव। 

बलरामपुर : 750 बेड, 645 मरीज भर्ती

बलरामपुर 756 बेड का अस्पताल है। यहां बने डेंगू वार्ड में 18 मरीज भर्ती हैं। पूरे अस्पताल में 645 मरीज भर्ती हैं। यहां सिर्फ वही बेड खाली हैं जो दूसरे विभागों से संबंधित हैं। मरीजों का लोड अधिक होने से इमरजेंसी ओपीडी में बेड बढ़ाने पड़े हैं। सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता के मुताबिक, अस्पताल में करीब एक माह से मरीजों का दबाव है।


सिविल : 400 बेड, 270 मरीज भर्ती। 

सिविल अस्पताल में बीते माह मरीजों का लोड बढ़ने पर रूटीन सर्जरी रोक दी गई थी। अस्पताल में करीब 400 बेड हैं। यहां डेंगू के चार मरीज भर्ती हैं। पूरे अस्पताल में 270 मरीज भर्ती हैं। सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि पहले से मरीजों का लोड कुछ कम हुआ है।


लोकबंधु : 300 बेड, 220 मरीज भर्ती। 

लोकबंधु 300 बेड का अस्पताल है। यहां वर्तमान में 200 मरीज भर्ती है। यहां भी कई दिनों से मरीजों का दबाव है।


इन अस्पतालों में ज्यादातर बेड खाली पड़े हैं।

आरएलबी : 110 बेड, 10 मरीज भर्ती

रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय की 110 बेड की क्षमता है। डेंगू के लिए यहां 25 बेड आरक्षित हैं, लेकिन एक मरीज ही भर्ती है। सीएमएस डॉ. संगीता टंडन ने बताया कि अस्पताल में कुल 10 मरीज भती हैं।  


ठाकुरगंज अस्पताल : 240 बेड, 64 मरीज भर्ती।


ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय की 240 बेड की क्षमता है, लेकिन यहां 165 बेड पर ही भर्ती हो रही है। अभी डेंगू के नौ मरीज भर्ती हैं। सीएमएस डॉ. आनंद बोध के मुताबिक पूरे अस्पताल में कुल 64 मरीज भर्ती हैं। यहां अभी काफी बेड खाली हैं।


बीआरडी : 100 बेड, 25 मरीज भर्ती। 

बीआरडी महानगर 100 बेड का अस्पताल है। 70 बेडों पर भर्ती की जा रही है। अस्पताल में छह बेड पर डेंगू के मरीजों सहित कुल 25 मरीज भर्ती है।


रामसागर : 100 बेड, 56 मरीज भर्ती। 

बीकेटी स्थित रामसागर संयुक्त चिकित्सालय में 100 बेड हैं। यहां डेंगू वार्ड में छह और पूरे अस्पताल में 56 मरीज हैं। यहां पर इलाज कराने के बजाय मरीज बलरामपुर व सिविल आ रहे हैं। 


अगर जरूरत पड़ी तो करेंगे शिफ्ट।

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक यह मरीज का अधिकार है कि वह किस अस्पताल में इलाज कराना चाहता है। इसके लिए मरीज को बाध्य नहीं कर सकते हैं। मरीज बड़े अस्पतालों को पहले तरजीह देते हैं। यही वजह है कि वहां पर मरीजों की भीड़ अधिक है। यदि बड़े अस्पताल पर दबाव ज्यादा बढ़ेगा तो उनको अन्य अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। 


बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता के अनुसार बड़े अस्पतालों में बेहतर सुविधाएं व संसाधन मौजूद हैं। मरीजों के गंभीर होने पर आईसीयू की भी सुविधा है। यही वजह है कि मरीज छोटे अस्पतालों के बजाय बड़े अस्पताल अधिक आ रहे हैं।


सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह का कहना है कि वीआईपी अस्पतालों में इसकी गिनती होती है। यहां पर कई विधा के कुशल विशेषज्ञ तैनात हैं। यही वजह है बेहतर इलाज के लिए मरीज यहां पर ही रुख करते हैं। इससे मरीजों का लोड बढ़ता है।



✔️❓✔️❓✔️❓✔️❓✔️❓✔️❓✔️❓✔️❓✔️

शनिवार, 5 नवंबर 2022

#Dengue Prayagraj : 76 हाट स्पाट किए चिन्हित, गांवों में भी तेजी से पांव पसार रहा ये बुखार...

बघाड़ा, प्रीतम नगर, अल्लापुर, गोविंदपुर, सलोरी, मीरापुर, कीडगंज, राजापुर सबसे ज्यादा प्रभावित

प्रयागराज शहर में डेंगू का कहर 76 हाट स्पाट किए चिन्हित,शहर के साथ गांवों में भी तेजी से पांव पसार रहा ये जानलेवा बुखार:

6AM_NEWS_TIMES : Edited by. Ravindra yadav Lucknow : 9415461079, 05, Nov, 2022 : Sat, 07:12 AM,

#Dengue #Prayagraj



प्रयागराज : स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की ओर से गुरुवार को 76 हाट स्पाट चिन्हित कर । इन क्षेत्रों में जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों की निगरानी में हुई फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव। साथ ही मरीजों व उनके तीमारदारों से संपर्क कर इलाज के बारे में जानकारी ली।

प्रयागराज शहर में डेंगू का कहर 76 हाट स्पाट किए चिन्हित,शहर के साथ गांवों में भी तेजी से पांव पसार रहा ये जानलेवा बुखार:

प्रयागराज शहर में डेंगू का डंक कम होने के बजाय दिन-रात बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की ओर से गुरुवार को 76 हाट स्पाट चिन्हित किए गए। इन क्षेत्रों में जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों की निगरानी में फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया। साथ ही मरीजों व उनके तीमारदारों से संपर्क कर इलाज के बारे में जानकारी ली।


मीरापुर, कीडगंज, राजापुर, बघाड़ा, प्रीतम नगर, अल्लापुर, गोविंदपुर, सलोरी के क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित


प्रयागराज में डेंगू ग्रसित क्षेत्रों को हाट स्पाट के रूप में चिन्हित किया जा रहा है, जिससे इन क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया जा सके और डेंगू पर नियंत्रण हो सके। गुरुवार को जो क्षेत्र हाट स्पाट के रूप में चिन्हित किए गए, उनमें गोविंदपुर, शिवकुटी, चांदपुर सलोरी, करामत की चौकी, करैलाबाग, सदियापुर, मीरापुर, तुलसीपुर, रसूलपुर, गऊघाट, कीडगंज, तुलारामबाग, भीम नगर, संजय नगर, कसारी-मसारी, राजरूपपुर, भुसौली टोला, अटाला, बक्शी बाजार, रानी मंडी, साउथ मलाका, आजाद नगर, रामबाग, मोहत्सिमगंज, अशोक नगर नेवादा, गंगा नगर, मुंडेरा, सुलेमसराय, ट्रांसपोर्ट नगर, करेली बी ब्लाक, राजापुर, कटरा, बेली, म्योराबाद, नयापुरा, फाफामऊ, बड़ा व छोटा बघाड़ा, सादियाबाद, प्रीतम नगर, जयंतीपुर, अबूबकरपुर, पान दरीबा, जानसेनगंज, शाहगंज, अल्लापुर, सोहबतियाबाग, दरियाबाद, खलासी लाइन, पूरा ढाकू, बैरहना, भुलई का पूरा, स्वराज नगर, अलीनगर, एनेद्दीनपुर, मदारीपुर, जेके आशियाना,  तेलियरगंज, मेहदौरी, रसूलाबाद, चक फैजुल्ला, जहांगीराबाद, खरकौनी, मधवापुर शामिल हैैं। इन क्षेत्रों में 350 से ज्यादा डेंगू मरीज एक सप्ताह के दौरान मिले हैैं। इन हाट स्पाट में चिकित्सकों के साथ ही सेक्टर मजिस्ट्रेटों को तैनात कर दिया गया है।


शहर में खुलेंगे 36 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर


डेंगू समेत अन्य मच्छर जनित रोगों पर नियंत्रण के लिए शहर में 36 नए नगरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खुलेंगे। शासन के निर्देश पर डीएम ने इसकी मंजूरी दी है। ये सेंटर अगले कुछ ही दिनों में संचालित होने लगेंगे। फिलहाल अभी ये सेंटर किराए के भवनों में संचालित होंगे। इन सेंटरों में मरीजों का इलाज किया जाएगा। यहां चिकित्सकों के साथ ही मेडिकल स्टाफ भी तैनात किए जाएंगे।


सही और नियमित रूप से न फागिंग न एंटी लार्वा छिड़काव , बढ़ रहे मच्छरों के प्रकोप से शहर में दहशत का माहौल। 


डेंगू कंट्रोल रूम में रोज ही दो से ढाई सौ फोन आ रहे हैैं। ज्यादातर लोग फागिंग तथा एंटी लार्वा का छिड़काव न कराने की शिकायत कर रहे हैैं। कंट्रोल रूम में तैनात स्टाफ फौरन ही विभाग को सूचित कर फागिंग को कहते हैैं। गुरुवार को भी दोपहर में 50 से ज्यादा फोन आए और एंटी लार्वा छिड़काव कराने की मांग की।

स्वास्थ्य विभाग, सहित नगर निगम और प्रशासन के कई अफसर भी डेंगू की चपेट में। फिर भी जमीनी स्तर पर हो रही लापरवाही। 

नगर निगम के एक जोनल अधिकारी समेत कई कर्मचारी भी डेंगू की चपेट में आ गए हैैं। स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन के कई अधिकारी व उनके परिवार के सदस्य को डेंगू हो गया है। कई लोग तो अस्पताल में भर्ती कराए गए हैैं।







🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩

बुधवार, 2 नवंबर 2022

UP PWD : जितिन प्रसाद ने उंगली से खोद दी 34 करोड़ की सड़क......

 

यूपी बेलगाम अफसर जीरो टॉलरेंस नीति का उड़ा रहे हैं मजाक

भ्रष्टाचार की इंतेहा! योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद ने उंगली से खोद दी 34 करोड़ की सड़क, जांच

6AM_NEWS_TIMES : Edited by. Ravindra yadav Lucknow : 9415461079, 02, Nov, 2022 : Wed, 01:12 PM,


गौरतलब है कि बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी ने मंत्री जितिन प्रसाद से पनकी में बनी रोड का सही ढंग से निर्माण ना होने की शिकायत की। मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उसको सही बताते रहे। बीजेपी विधायक और अधिकारी के बीच आपस में बात बढ़ती देख मंत्री जितिन खुद रोड का निरीक्षण करने के लिए 10 किलोमीटर दूर पनकी पहुंच गए। 

कानपुर विधायक सुरेंद्र मैथानी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के बीच बहस हुई तो मंत्री जितिन प्रसाद खुद भाटिया तिराहे से पनकी मंदिर तक बनी सीसी रोड देखने जा पहुंचे। वहां खुद सड़क खुरची तो 34 करोड़ की सीमेंटेड रोड से मिट्टी निकल आई। यह देख भड़क गए और ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने का निर्देश दे दिया। यहां तक कहा कि पूरे मामले की जांच कराएं। अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) के खिलाफ अनिवार्य सेवानिवृत्ति की संस्तुति भेजें।


दरअसल, बैठक में सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि भाटिया तिराहे से पनकी मंदिर तक की सीसी रोड साल भर में ही उखड़ गई। इस पर पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता परवेज अहमद खान की मजूदगी में अधिशासी अभियंता आरके त्रिपाठी ने यह कहकर गुमराह करने की कोशिश की कि रोड 2016 में बनाई गई थी। विधायक ने कहा कि अफसर झूठ बोल रहे हैं। गुमराह कर रहे हैं।


उन्होंने जितिन प्रसाद से आग्रह किया मंत्री जी, आप खुद चलकर सड़क देख लें। मैं गलत बोल रहा हूं या सही, मौके पर पूरी स्थिति साफ हो जाएगी। आखिरकार जितिन प्रसाद ने बैठक में ही अफसरों को निर्देश दिया कि सारे दस्तावेज लेकर मौके पर पहुंचें।

पौन घंटे तक सड़क चहलकदमी करते रहे कैबिनेट मंत्री

विधायक मैथानी को लेकर जितिन प्रसाद लगभग 5 बजे भाटिया तिराहा पहुंचे थे। वहां से पनकी मंदिर रोड का पौन घंटे तक निरीक्षण किया। पैदल ही चलते रहे। कई जगह रुके और रोड का अवोलोकन किया। खुद रोड खुरचने लगे तो सिर्फ अंगुली फिराते ही रोड से मिट्टी निकल आई। यह देख उनका पारा चढ़ गया। कहा कि फौरन जांच कराई जाए। जांच रिपोर्ट की प्रति मुझे भी दी जाए और विधायक को भी।

सीमेंटेड रोड आखिर कैसे उखड़ गई, इसकी पूरी रिपोर्ट दी जाए। इस रोड का निर्माण करने से लेकर गुणवत्ता का सत्यापन करने में जितने भी अफसरों की भूमिका हो, उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाए। सभी से जवाब तलब किया जाए। मैथानी ने मौके पर ही दस्तावेज भी दिखाए कि सड़क कब से बननी शुरू हुई थी।

बता दें कि लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद सोमवार को कानपुर में भी दौरा किया था। उन्होंने अधिकारियों से पूछा ठेकेदार कहां है ? ठेकेदार पर कार्रवाई करो, पूरी रिपोर्ट मुझे चाहिए, बताया जा रहा है कि इस सीमेंटेड सड़क का निर्माण 34 करोड़ की लागत से किया गया है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी का सख्त निर्देश है कि सड़कों को लेकर सीधा निर्देश है, कोई भी गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा, जीरो टॉलरेंस पर ही काम होगा, ऐसे में जो भी दोषी होगा, उसकी जांच करके कार्रवाई की जाएगी।







🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩✔️🚩

लोकप्रिय पोस्ट

विशिष्ट पोस्ट

BOI BANK : बैंक ऑफ इंडिया के घोटालेबाज बैंककर्मी शैलेंद्र प्रताप सिंह, अमन वर्मा व राजेश रावत ने किया करोड़ों का घोटाला

  बैंक ऑफ इंडिया के घोटालेबाज बैंककर्मी शैलेंद्र प्रताप सिंह, अमन वर्मा व राजेश रावत ने किया  करोड़ों का घोटाला  बैंक ने ग्रामीण व किसानों स...